तिरुवनंतपुरम से थरूर के सामने मंत्री राजीव चन्द्रशेखर मैदान में, जानिए यहां का पूरा सियासी समीकरण 

पिछले दो चुनावों में तिरुवनंतपुरम सीट से बीजेपी को शशि थरूर के हाथों हार का सामना करना पड़ रहा है. अब पार्टी तिरुवनंतपुरम में अपनी जीत के सूखे से निजात पाने के लिए केन्द्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर को मैदान में उतारा है.

NewsTak
social share
google news

Thiruvananthapuram Lok Sabha seat: केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट इस समय देश की एक हॉट सीट बनी हुई है. इस सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर पिछले तीन बार से लगातार चुन कर संसद पहुंच रहे हैं. वहीं बीजेपी ने इस बार केरल में अपना खाता खोलने की उम्मीद में  केन्द्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर को मैदान में उतारा है. हालांकि राजीव चन्द्रशेखर ने काभी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा हैं लेकिन केंद्र में मंत्री होने की हैसियत से यह चुनाव दिलचस्प जरूर होने वाला है. इन दोनों नेताओं के एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से ही सोशल मीडिया से लेकर हर जगह खूब चर्चा हो रही है. यहीं नहीं इन दोनों नेताओं के बीच भी जमकर बयानबाजी देखि जा रही है. जहां बीते दिन थरूर ने चन्द्रशेखर को ओपन डिबेट करने की चुनौती दी वहीं आज चन्द्रशेखर ने भी ट्वीट करते हुए थरूर को जवाब दे दिया है. चुनावी मौसम में चल रही इस नोक-झोंक के बीच आइए हम आपको बताते हैं तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट का पूरा चुनावी गणित. 

2009 से ही इस सीट पर है शशि थरूर का कब्जा 

तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट पर साल 2009 तक CPI का कब्जा था. साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में शशि थरूर ने यहां से पहली बार कांग्रेस से चुनाव लड़ा. इस चुनाव में थरूर ने CPI के पी. रामचन्द्रन नायर को एक लाख वोटों से हराया. फिर क्या था थरूर ने इसके बाद से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 2014 के चुनाव में तिरुवनंतपुरम में त्रिकोणिय मुकाबला हुआ हालांकि थरूर इसमें में बाजी मरने में कामयाब रहे. इस बार उन्होंने बीजेपी के ओ राजगोपाल को 15 हजार वोटों से हराया. 2019 का चुनाव भी त्रिकोणिय ही हुआ. इस हालांकि इस बार थरूर ने बीजेपी के कुम्मनम राजशेखरन को एक लाख वोटों से पटखनी दी. 

अब तिरुवनंतपुरम की जनसांख्यिकी जान लीजिए?

2011 की जनगणना के अनुमान के अनुसार, तिरुवनंतपुरम संसदीय क्षेत्र की जनसंख्या करीब 17 लाख है. 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, इस निर्वाचन क्षेत्र में 13.5 लाख मतदाता है.  कुल जनसंख्या में से करीब 27.83 फीसदी ग्रामीण तो वही 72.17 फीसदी शहरी आबादी है. इस सीट पर SC की जनसंख्या 9.8 फीसदी और ST की जनसंख्या  करीब 0.45 फीसदी है. वैसे 2011 की जनगणना के अनुसार तिरुवनंतपुरम जिले की कुल जनसंख्या 33 लाख थी जिसमें 66.46 फीसदी हिंदू, 19.1 फीसदी ईसाई और 13.72 फीसदी मुस्लिम है. 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में तिरुवनंतपुरम में 73.45 फीसदी मतदान हुआ था.  

यह भी पढ़ें...

तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट में विधानसभा की सात सीटें कजहाकूट्टम, वट्टियूरकावु, तिरुवनंतपुरम, निमोम, परसाला, कोवलम और नेय्याट्टिनकारा आती है. वैसे कोवलम सीट को छोड़ दे तो सभी सीटों पर CPI(M) का कब्जा है. हालांकि इसके बाद भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के शशि थरूर पिछले तीन बार से चुनाव जीतने में सफल हो रहे हैं. 

2024 के चुनाव में जबरदस्त टक्कर की है उम्मीद 

पिछले दो चुनावों में तिरुवनंतपुरम सीट से बीजेपी को शशि थरूर के हाथों हार का सामना करना पड़ रहा है. अब पार्टी तिरुवनंतपुरम में अपनी जीत के सूखे से निजात पाने के लिए केन्द्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर को मैदान में उतारा है और थरूर के किले को फतह करने की जिम्मेदारी दी है. हालांकि थरूर ने भी इस चुनौती को तहे दिल से स्वीकार किया हैं और चुनाव में उनसे दो-दो हाथ करने के लिए अपनी तैयारियों में जुट ये है. 

    follow on google news