मध्य प्रदेश चुनाव में कांग्रेस से अलग क्यों लड़ रहे हैं अखिलेश यादव? समझिए उनकी पॉलिटिक्स
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को मध्य प्रदेश के रीवा में पार्टी के चुनावी मिशन का आगाज किया. पिछले दिनों बने INDIA…
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समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को मध्य प्रदेश के रीवा में पार्टी के चुनावी मिशन का आगाज किया. पिछले दिनों बने INDIA अलायंस में तो अखिलेश यादव कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन ये बात चौंका रही है कि फिर वह मध्य प्रदेश में खिलाफ क्यों हैं. दूसरा सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर मध्य प्रदेश में कांग्रेस से अलग लड़कर अखिलेश यादव को क्या मिलेगा?
अखिलेश ने खुद बताई कांग्रेस से अलग लड़ने की वजह
रीवा में रैली के दौरान अखिलेश यादव का एक बयान चर्चा में है. उन्होंने कहा कि, ‘हमसे पत्रकार साथी पूछेंगे कि इंडिया गठबंधन है? हम स्वीकार करते हैं कि इंडिया गठबंधन है. इंडिया गठबंधन के अंदर समाजवादी पार्टी भी है, लेकिन समाजवादी पार्टी की लड़ाई अपने अलग रास्ते की भी लड़ाई है.’
पर क्या बात सिर्फ इतनी है?
– अखिलेश ने रैली में जो कहा बात सिर्फ उतनी नहीं है. सपा के इस फैसले के पीछे एक राजनीति भी है. ऐसा माना जा रहा है कि अखिलेश यादव एमपी में चुनावी अभियान से INDIA अलायंस और कांग्रेस पर दबाव बना रहे हैं. वह चाहते हैं कि एमपी में कांग्रेस उन्हें भी कुछ सीटें दे और गठबंधन करे.
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– MP में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही लड़ाई है. सपा का प्रभाव UP से सटे एमपी के इलाकों में ही है. 2018 के विधानसभा चुनावों में सपा 52 सीटों पर लड़ी थी और एक पर जीत मिली थी. सपा को 1.30 फीसदी वोट मिले थे. अखिलेश चाहते हैं कि कांग्रेस से गठबंधन कर वह अपनी पार्टी का जनाधार एमपी में बढ़ा सकें.
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