राजस्थान सीएम बनने के लिए वसुंधरा राजे कर रही है बीजेपी MLA की बाड़ाबंदी? हो गया बड़ा खुलासा!
RajasthanCM: राजस्थान विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाली बीजेपी के लिए सीएम का चयन करना आसान नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे विधायकों की लामबंदी करके शक्ति प्रदर्शन कर चुकी है. वहीं, चर्चाएं यह भी है कि हिंदुत्व के पॉस्टर बॉय के तौर पर बाबा बालकनाथ को पेश कर पार्टी सीएम बना सकती है. इस […]
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RajasthanCM: राजस्थान विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाली बीजेपी के लिए सीएम का चयन करना आसान नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे विधायकों की लामबंदी करके शक्ति प्रदर्शन कर चुकी है. वहीं, चर्चाएं यह भी है कि हिंदुत्व के पॉस्टर बॉय के तौर पर बाबा बालकनाथ को पेश कर पार्टी सीएम बना सकती है. इस बीच दीया कुमारी, ओम प्रकाश माथुर, गजेंद्र सिंह शेखावत समेत कई नाम इस लिस्ट में जुड़ते जा रहे हैं. सीएम पद के लिए इंतजार के बीच पार्टी में हाई वॉल्टेज ड्रामे की सुगबुगाहट भी शुरू हो चुकी है. बीजेपी विधायक के पिता ने वसुंधरा राजे के बेटे और सांसद दुष्यंत सिंह पर बड़ा आरोप लगाया है. आरोप बीजेपी विधायकों की बाड़ेबंदी को लेकर है.
किशनगंज विधायक ललित मीणा के पिता व पूर्व विधायक हेमराज मीणा ने यह आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दुष्यंत सिंह बीजेपी के विधायकों को आपणों राजस्थान रिजोर्ट में रखे हुए थे. वहां झालावाड़ के तीन और बारां के तीन विधायकों को रखा गया था. जब मुझे पता चला तो मैं बेटे को लाने गया तो अंता के विधायक कंवरलाल ने कहा कि दुष्यंत सिंह से बात कराओ तब ले जाने दूंगा.
झगड़े पर उतारू हो गए विधायक
हेमराज मीणा ने कहा “जब वह लेने गए तो बारां विधायक झगड़े पर उतारू हो गए. फिर हमने राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को सूचना दी. ये सभी लोग मौक़े पर पहुँचे और पुलिस बुलाई गई तो विधायक और बेटे ललित मीणा को ले आए.” कहा जा रहा है कि बाकि 5 को वसुंधरा गुट ने कहीं और शिफ़्ट कर दिया है.
क्या है मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार देर रात सीकर रोड पर एक होटल में बीजेपी के 5-6 विधायक ठहरे थे. इनमें किशनगंज विधायक ललित मीणा भी थे. साथी विधायकों की बातें और हाव-भाव देख ललित को शक हुआ कि पार्टी के किसी बड़े नेता के इशारे पर लॉबिंग हो रही है, क्योंकि वे कोटपूतली से आगे किसी होटल में जाने की बात कर रहे थे.
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ललित ने अपने पूर्व विधायक पिता और पार्टी के कुछ नेताओं से बात की. इसके बाद पिता खुद होटल पहुंचे और बेटे ललित को ले आए. ललित ने प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को घटनाक्रम की जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार इसके बाद विधायकों के मूवमेंट पर नजर बढ़ा दी गई है. वहीं, बुधवार को प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर विधायकों से मिलकर चर्चाएं करते रहे.
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