Bihar Election 2025 C-Voter Survey: नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव या प्रशांत किशोर...कौन हैं बतौर CM पहली पसंद? जानें
बिहार चुनाव से पहले C-वोटर के लेटेस्ट सर्वे ने बड़ा संकेत दिया है. पसंदीदा सीएम फेस की रेस में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों का ग्राफ गिरा है. फरवरी में तेजस्वी को 41% और नीतीश को 18% समर्थन मिला था, जो अब घटकर क्रमशः 37% और 16% रह गया है. क्या बिहार चुनाव का रुख अब बदल रहा है?

बिहार चुनाव से ऐन पहले C-वोटर के लेटेस्ट सर्वे ने एक बार फिर सबको चौंका दिया है. इस सर्वे में पसंदीदा सीएम फेस को लेकर किए गए सवाल के जवाब से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिहार चुनाव का रुख बदलना शुरू हो गया है. महागठबंधन और एनडीए में सीएम फेस का ऐलान, चुनावी घोषणा पत्र का ऐलान, नीतीश सरकार का चुनाव से ठीक पहले डायरेक्ट बेनिफिट स्किम्स के ऐलान ने बिहार निवासियों के मानस को बहुत हद प्रभावित किया है.
पसंदीदा सीएम फेस की दौड़ में NDA के सीएम फेस के उम्मीदवार नीतीश कुमार और महागठबंधन के सीएम फेस तेजस्वी यादव का ग्राफ गिरता देखा जा रहा है. फरवरी महीने में सर्वे के दौरान जहां 18 फीसदी लोगों को नीतीश कुमार को पसंदीदा सीएम के रूप में अपनी पहली पसंद बताया था. वहीं ये ग्राफ अक्टूबर तक आते-आते 2 फीसदी की कमी के साथ 16 पर आ गया है.
फरवरी में तेजस्वी यादव को 41 फीसदी लोगों ने बतौर सीएम फेस पहली पसंद बताया था. वहीं 7 महीने बाद तेजस्वी का ग्राफ भी गिरा है और अब 37 फीसदी लोग ही उन्हें पसंदीदा बता रहे हैं.
प्रशांत किशोर और चिराग पासवान का बढ़ा ग्राफ
जहां तक प्रशांत किशोर का सवाल तो चुनाव लड़ने से पीछे हटने के बावजूद उनकी लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ता दिख रहा है. फरवरी में पीके को 15 फीसदी लोगों ने बतौर सीएम पहली पसंद के रूप में माना था. अक्टूबर तक आते-आते प्रशांत किशोर को 24 फीसदी लोग सीएम के रूप में पसंदीदा फेस मानने लगे हैं. वहीं LJP-R के उम्मीदवार चिराग पासवान पसंदीदा सीएम के रूप में 4 फीसदी से उछलकर 7 फीसदी पर पहुंच गए हैं.
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सम्राट चौधरी का भी गिरने लगा ग्राफ
सम्राट चौधरी पर प्रशांत किशोर के हमलों का असर सर्वे के नतीजों में साफ दिखने लगा है. चाहे उनके एजुकेशन पर सवाल उठाया गया हो या आपराधिक मामला हो...पीके सम्राट चौधरी पर खूब अटैकिंग हैं. फरवरी में सम्राट चौधरी को बतौर सीएम 8 फीसदी लोगों ने पसंद किया था. वहीं अक्टूबर आते-आते उनके ग्राफ में गिरावट आई और वे 1 फीसदी की गिरावट के साथ 7 फीसदी पर आ गए हैं.

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