Bihar Election 2025: 53 सीटों पर मुस्लिम समुदाय करेंगे जीत-हार का फैसला! 68 फीसदी तक है आबादी, जानें पूरा समीकरण
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मुस्लिम समुदाय का वोट अहम भूमिका निभाएगा. राज्य के 7 जिलों की 53 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम आबादी 21 से 68% तक है और जीत-हार का फैसला यहीं तय होगा. जानें किन सीटों पर मुस्लिम वोट निर्णायक रहेंगे और किस दल ने कितने मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं.

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब काफी कम समय बचा हुआ है. 6 नवंबर को प्रथम चरण और 11 नवंबर को दूसरे चरण के वोटिंग के बाद 14 नवंबर को परिणाम भी आ जाएंगे. अपने उम्मीदवारों के लिस्ट जारी करने के बाद अब पार्टी के कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर काम में जुटे हुए है.
हालांकि इस बार 17.7 प्रतिशत आबादी वाले मुस्लिम समुदाय को दो बड़े खेमे एनडीए और महागठबंधन में कम सीटें मिली. लेकिन राज्य के 7 जिलों की 53 सीटें ऐसी है जिस पर माना जाता है कि मुस्लिम समुदाय ही हार-जीत तय करते हैं क्योंकि इन सीटों पर इनकी आबादी 21-68 प्रतिशत तक है. आइए विस्तार से समझते हैं पूरे समीकरण को.
पहले जानिए 2025 चुनाव में किसने दी कितनी सीटें?
इस बार बिहार चुनाव को लेकर हर एक राजनीतिक दल ने लगभग अपनी सीटें और संख्या स्पष्ट पहले ही कर दी थी. इनके मुताबिक MY समीकरण साधने वाले राजद ने इस बार 19 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे है जबकि खुद 141 सीटों पर चुनाव लड़ रही है(मोहनिया सीट पर नामांकन रद्द हो गया है). जबकि 61 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस ने 10 सीटों पर प्रत्याशी उतारे है. इधर जदयू ने 4 सीटों पर अपना मुस्लिम कैंडिडेट उतारा है, वहीं बीजेपी ने एक भी सीट मुस्लिम समुदाय को नहीं दी है.
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7 जिलों पर मुस्लिम समुदाय का दबदबा
राज्य के 38 जिलों में से 7 जिलों पर मुस्लिम समुदाय का दबदबा माना जाता है और हार-जीत का फैसला करते हैं. इनमें कटिहार, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, दरभंगा, सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण जिले शामिल हैं. किशनगंज जिले में 68 फीसदी, कटिहार में 63 फीसदी, अररिया में 41 फीसदी, पूर्णिया में 37 फीसदी, दरभंगा में 23 फीसदी, पूर्वी चंपारण में 22 फीसदी और सीतामढ़ी में 21 फीसदी मुस्लिम आबादी भी है. साथ ही इन 7 जिलों के अंतर्गत 53 विधानसभा सीटें भी आती है.
- किशनगंज- 4 सीट
- कटिहार- 7 सीट
- पूर्णिया- 7 सीट
- अररिया- 6 सीट
- दरभंगा- 10 सीट
- पूर्वी चंपारण- 12 सीट
- सीतामढ़ी- 7 सीट
| सीट | पार्टी | वोटों का अंतर |
| दरभंगा | भाजपा | 10639 |
| कटिहार | भाजपा | 10519 |
| प्राणपुर | भाजपा | 2972 |
| हायाघाट | भाजपा | 10252 |
| केवटी | भाजपा | 5486 |
| परिहार | भाजपा | 1569 |
| ढाका | भाजपा | 10114 |
| मधुबन | भाजपा | 5878 |
| पिपरा | भाजपा | 8177 |
| रानीगंज | जदयू | 2304 |
| बहादुरपुर | जदयू | 2629 |
| बरारी | जदयू | 10438 |
| बेनीपुर | जदयू | 6590 |
| कुशेश्वरस्थान | जदयू | 7222 |
| सुरसंड | जदयू | 8876 |
| केसरिया | जदयू | 9227 |
| गौड़ाबौराम | वीआईपी | 7280 |
| अलीनगर | वीआईपी | 3101 |
| सुगौली | राजद | 3447 |
| कल्याणपुर | राजद | 1193 |
| बाजपट्टी | राजद | 2704 |
| दरभंगा ग्रामीण | राजद | 2141 |
| किशानगंज | कांग्रेस | 1381 |
| जोकीहाट | एआईएमआईएम | 7383 |
पिछले चुनाव का हाल
इन 53 सीटों पर पिछले चुनाव यानी 2020 के चुनाव में काफी क्लोज फाइट देखने को मिली थी. 53 में से एनडीए ने 36 सीटें, महागठबंधन ने 12 और ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
इस बार के क्या है समीकरण?
इन समीकरणों को देखते हुए राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस चुनाव में इन 53 सीटों पर फिर एक बार टफ फाइट होगा. पिछले चुनाव में जिस तरह ओवैसी ने खेल कर दिया था और माना जा रहा है कि इस बार भी वह हार-जीत का समीकरण बिगाड़ेंगे. साथ ही इस बार चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज भी है जो कि वोट काटने का काम करेगी. जन सुराज ने भी समीकरणों को साधते हुए इस बार मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारे है. अब 14 नवंबर को यह देखना होगा कि आखिर किसकी रणनीति कितनी मजबूत साबित हुई है और परिणाम क्या आते है.










