Bihar Election 2025: उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारे दो और उम्मीदवार, जानें किसे कहां से मिला टिकट
Bihar Election 2025: RLM प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अपने सभी 6 उम्मीदवारों की घोषणा की. सासाराम से स्नेहलता कुशवाहा और पारू से मदन चौधरी को मिला टिकट. जानें पूरी लिस्ट.

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार सीट बंटवारे से लेकर उम्मीदवारों की लिस्ट ने राजनीतिक गलियारों को काफी गरमा रखा है. एनडीए और महागठबंधन दोनों मोर्चों में खूब गहमागहमी देखने को मिली. हालांकि एनडीए की तस्वीरें साफ हो गई है लेकिन महागठबंधन में अभी भी घमासान जारी है. इसी बीच राष्ट्रीय लोक मोर्चा(RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अपने खाते के 6 के 6 सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. आपको बता दें कि बुधवार को ही पार्टी ने 4 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया था और अब बाकी बचे दोनों सीट पर ऐलान कर दिया है.
बातचीत कर तय की गई सीटें
उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करते हुए पार्टी के प्रदेश महासचिव सुभाष चंद्रवंशी ने कहा कि सीटों का फैसला NDA(राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के सभी सहयोगी दलों के साथ बातचीत करने के बाद लिया गया है, ताकि गठबंधन के अंदर किसी को कोई भी परेशानी ना हो.
यहां देखें 6 कैंडिडेट के नाम
इस लिस्ट में उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता का भी नाम है और वे भी इस विधानसभा चुनाव में मैदान में है.
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- सासाराम- स्नेहलता(कुशवाहा)
- दिनारा- आलोक कुमार सिंह (राजपूत)
- बाजपट्टी- रामेश्वर कुमार महतो(कुशवाहा)
- मधुबनी- माधव आनंद(भूमिहार)
- पारू- मदन चौधरी(भूमिहार)
- उजियारपुर- प्रशांत कुमार पंकज(कुशवाहा)
आपको बता दें कि पारू और बाजपट्टी सीट पर उम्मीदवारों के नाम की चर्चा के बाद उतारा गया है क्योंकि बीते कल जारी की गई लिस्ट में इस सीट पर उम्मीदवारों का नाम क्लियर नहीं था.
एनडीए की बनेगी सरकार- उपेंद्र कुशवाहा
एनडीए में भी सीटों को लेकर खूब मान-मनौव्वल का दौर चला. इसी कड़ी में बीते कल उपेंद्र कुशवाहा केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के साथ अमित शाह से मिलने पहुंचे थे. मुलाकात के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, गठबंधन के सन्दर्भ में कुछ इशू है जिस पर विमर्श की जरूरत है इसी विमर्श के लिए मैं और नित्यनंद राय जी गृह मंत्री से मिले. इस मामले पर विमर्श हुआ अब हम उम्मीद करते हैं कि कोई कठिनाई आगे नहीं होगी. एनडीए की सरकार बिहार में निश्चित रूप से बनी बनेगी.
एनडीए के लिए राष्ट्रीय लोक मोर्चा क्यों जरूरी?
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) बिहार की राजनीति में पिछड़ा समुदाय और छोटे जातीय समूहों के वोट बैंक को साधने वाला एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है. एनडीए गठबंधन के भीतर उपेंद्र कुशवाहा की यह पार्टी एक सक्रिय भागीदार है, जो सीट बंटवारे और वोट शेयरिंग को प्रभावित कर सकती है. विवादों के बावजूद एनडीए के साथ RLM का तालमेल बनाए रखना गठबंधन की मजबूती दर्शाता है.
RLM की राजनीतिक अहमियत इसलिए भी है क्योंकि यह पार्टी पिछड़ों की आवाज को सशक्त कर रही है और सत्ता के समीकरणों में नया आयाम जोड़ रही है. 2025 के चुनाव में RLM का प्रदर्शन, खासकर क्षेत्रीय सीटों पर, पूरे गठबंधन की सफलता को प्रभावित करने की क्षमता रखता है.
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