बिहार में किस गठबंधन की तरफ लोगों का ज्यादा झुकाव, पीके की जनसुराज किस नंबर पर? ताजा सर्वे में जानें
Bihar election survey: 2025 के बिहार चुनाव से पहले वोट वाइब सर्वे में महागठबंधन को 36%, NDA को 35% और जनसुराज को 10% समर्थन मिला. युवाओं में जनसुराज की पकड़ मजबूत.
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Bihar Election Survey: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 तक है, ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि अक्टूबर-नवंबर में चुनाव हो सकतें है. फिलहाल चुनाव को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन राजनीतिक दल अपने स्तर पर वोट जुटाने के काम में लग चुके है. इसी बीच एक ताजा सर्वे सामने आया है जिसके आंकड़े चौंकाने वाले है.
वोट वाइब द्वारा किए गए इस ताजा सर्वे के परिणाम पिछले सर्वे के मुताबिक थोड़े अलग है क्योंकि इस सर्वे ने बिहार की सियासी हवा का रुख दिखाया है. इसके परिणाम में नौकरी और रोजगार जैसे अहम मुद्दों पर जनता का रुझान सामने आया है. सर्वे के नतीजों में महागठबंधन और एनडीए में काफी जोरदार टक्कर का ट्रेंड देखने को मिला है. आइए आसान भाषा में समझते हैं इस सर्वे की पूरी कहानी.
महागठबंधन को बढ़त, लेकिन NDA से टक्कर
वोट वाइब के इस ताजा सर्वे के मुताबिक जब लोगों से पूछा गया कि वे किसपर ज्यादा भरोसा करते हैं, तो 36% ने महागठबंधन को चुना, जबकि 35% लोगों का समर्थन NDA के साथ है. प्रशांत किशोर की नई जनसुराज पार्टी पर भी 10% लोगों ने अपना भरोसा जताया है. हालांकि यह अंतर भले ही एक फीसदी का हो, लेकिन बिहार जैसे राज्य में जहां पिछले चुनाव में दोनों गठबंधनों के बीच महज 12 हजार वोटों का ही अंतर था, यह आंकड़ा काफी जरूरी हो सकता है.
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नौकरी-रोजगार पर इस गठबंधन का दबदबा
बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है. सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि नौकरी सृजन के लिए वे किस पर भरोसा करते हैं, तो 40% ने महागठबंधन को चुना, जबकि NDA को केवल 32% लोगों का समर्थन मिला. जनसुराज को 14% लोगों ने इस मामले में भरोसेमंद माना.
तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन ने सरकारी नौकरियों के सृजन का श्रेय लेने में सफलता पाई है. खासकर युवाओं में तेजस्वी का नौकरी वाला नैरेटिव जोर पकड़ रहा है, क्योंकि बिहार में 50% आबादी 25 साल से कम उम्र की है, और ये वर्ग रोजगार को लेकर सबसे ज्यादा संवेदनशील है.

युवाओं में जनसुराज की पकड़
18 से 24 साल के युवा मतदाताओं में जनसुराज पार्टी को 20% समर्थन मिला है, जो इस आयु वर्ग में सबसे ज्यादा है. वहीं, महागठबंधन को 18 से 35 साल के मतदाताओं में बढ़त है. सर्वे बताता है कि बिहार में पेपर लीक और सरकारी नौकरियों में देरी जैसे मुद्दों ने युवाओं में नाराजगी पैदा की है, जिसका फायदा महागठबंधन और जनसुराज को मिल रहा है.
NDA के लिए चुनौती
NDA का सबसे मजबूत दावा रहा है सुशासन और लॉ एंड ऑर्डर में सुधार. लेकिन सर्वे में 34% लोगों ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति खराब हुई है, और 29% का मानना है कि इसमें कोई बदलाव नहीं आया. राजधानी पटना में हाल की घटनाएं, जैसे अस्पताल में गोलीबारी और व्यापारी की हत्या, ने इस मुद्दे को और गर्म कर दिया है. विपक्ष इस मौके को भुनाने में जुटा है, जिससे नीतीश कुमार की सुशासन बाबू की छवि को नुकसान पहुंच सकता है.

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