VIDEO: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मंच से अच्छी शराब के बताए फायदे, बोले- 'मेरे पिताजी महुआ और ईख से बनाया करते थे'
Jitan Ram Manjhi: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी को लेकर बड़ा बयान देते हुए अच्छी शराब के फायदे और उसे बनाने का तरीका बताया है. उन्होंने मजदूरों की गिरफ्तारी पर पुलिस पर सवाल उठाए, भुइया समाज की कम होती उम्र पर चिंता जताई और नीतीश सरकार के कामों की सराहना भी की.

बिहार में नीतीश कुमार की सरकार लगातार शराबबंदी के खिलाफ काम कर रही है और इसका सख्ती से पालन कराना चाहती है. इसी बीच अपने बयानबाजी को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले हिंदुस्तानी आवाम मार्चा(हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने फिर एक बयान दिया है, जिसने की राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. मांझी ने भरे मंच से कहा कि कोई मजदूर काम करने के बाद शराब पीकर घर जाता है तो पुलिस उसे पकड़ लेती है, लेकिन वहीं हजारों गैलन शराब पकड़े जाने पर पुलिस गट्टा(पैसा) लेकर छोड़ देती है. साथ ही मांझी ने अच्छी शराब बनाने का तरीका और उसके फायदे भी बताए है. आइए विस्तार से जानते है पूरी कहानी.
'मजदूर को नहीं पकड़ना चाहिए'
हम पार्टी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी गया के अतरी विधानसभा में पार्टी के कार्यक्रम में पहुंचे थे. यहां जीतन राम मांझी का जोरदार स्वागत हुआ और उन्हें सुनने के लिए लोग भी पहुंचे थे. इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने शराबबंदी पर अपनी बात रखते हुए कहा कि, अगर कोई मजदूर काम करने के बाद शराब पीकर घर जा रहा है तो उसे पकड़ना नहीं चाहिए या अगर वह पाव भर दारू लेकर भी जा रहा है तो उसे नहीं पकड़ना चाहिए. लेकिन पुलिस वाले इनको पकड़कर ब्रेथ एनालाइजर लगाकर चेक करते है, वहीं हजारों-हजारों गैलन शराब वाले को पुलिस पैसे लेकर छोड़ देती है. यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है.
'भुइया समाज के लोग 40-50 साल में मर जाते हैं'
जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि, आजकल तो जो शराब बनाते है उसमें नौसादर, ऑक्सीटॉसिन सुई दे देते हैं, जिससे की शराब तो बन जाता है लेकिन वह जहरीला होता है. यह शराब जो पियेगा वो बचेगा ही नहीं. आगे उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि, आज कल भुइया समाज के लोग 40-50 साल तक जाते-जाते मर जाते है, इसलिए हम कहते हैं कि इस तरह के शराब मत पीजिए.
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अच्छी शराब बनाने का बताया तरीका
जीतन राम मांझी ने आगे अच्छी शराब के फायदे बताते हुए उसे बनाने का तरीका भी बताया. भरे मंच से उन्होंने कहा कि, अगर शराब पीना है तो जैसे मेरे पिताजी बनाते थे, वैसा बनाकर पीजिए. मेरे पिताजी महुआ और ईख के रस को धूप में रख देते थे और 8 दिन बाद वह तैयार होता था. तब उसमें से शराब निकालकर पीते थे और वहीं दारू फायदा भी करता है. जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि पुलिस को इन मामलों में ध्यान देना चाहिए.
नीतीश सरकार के कामों की सराहना
शराबबंदी के साथ-साथ जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार और उनकी सरकार के कामों को भी खूब सराहा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने आप लोगों के लिए बहुत काम किया है और उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है. जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि 1980 में तो स्कूलों के लिए भवन नहीं था, सभी लोग पेड़ के नीचे पढ़ते थे, वहीं आज बिहार में हर जगह स्कूल है.
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