फिल्मों के सेट से बिहार की राजनीति का 'सेट' संभालने तक, मुकेश सहनी की ये है बदलती कहानी!

कभी फिल्मों के सेट बनाने वाले मुकेश सहनी अब बिहार की राजनीति में बड़ा नाम हैं. उन्हें महागठबंधन ने तेजस्वी यादव के साथ उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है. खुद को 'सन ऑफ मल्ला' बताने वाले सहनी, पहले बीजेपी के साथ थे. अब वे अति पिछड़ा वर्ग के बड़े वोट बैंक पर पकड़ बनाकर एनडीए को चुनौती दे रहे हैं.

Mukesh Sahni
Mukesh Sahni
social share
google news

Charchit Chahra Mukesh Sahni: कभी मुंबई में फिल्मों के सेट सजाने वाला एक लड़का आज बिहार की राजनीति का बड़ा चेहरा बन गया है. नाम है मुकेश सहनी. एक समय कॉस्मेटिक सामान बेचने वाले सहनी अब बिहार में चुनावी बिसात बिछा रहे हैं.

मुकेश सहनी की चर्चा इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि महागठबंधन ने उन पर भरोसा जताया है और बड़ी जिम्मेदारी दी है. तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के भरोसेमंद बनकर उभरे मुकेश सहनी के लिए गठबंधन ने उपमुख्यमंत्री (Deputy CM) पद की शर्त भी मान ली है.

'सन ऑफ मल्ला' की सियासत

खुद को 'सन ऑफ मल्ला' (मछुआरों का बेटा) कहने वाले मुकेश सहनी की राजनीतिक यात्रा काफी उतार-चढ़ाव भरी रही है.

यह भी पढ़ें...

मुकेश सहनी की शुरुआत

दरभंगा के एक मछुआरा परिवार में जन्मे सहनी ने गरीबी से निकलकर मुंबई का रुख किया. उन्होंने फिल्मों के सेट बनाने का काम शुरू किया. उन्हें शाहरुख खान की 'देवदास' और सलमान खान की 'बजरंगी भाईजान' जैसी बड़ी फिल्मों के सेट पर काम करने का मौका मिला. 

राजनीति में एंट्री

लोगों के लिए कुछ करने की सोच के साथ उन्होंने राजनीति में कदम रखा. उन्होंने पहले निषाद विकास संघ बनाया और फिर 2018 में अपनी पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (VIP) बनाई.

बीजेपी से मोहभंग अब महागठबंधन के साथ

मुकेश सहनी पहले बीजेपी और एनडीए के बड़े प्रचारक हुआ करते थे. सहनी का कहना है कि बीजेपी ने उनसे निषाद समुदाय के लिए विशेष आरक्षण का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ. इसी वजह से उनका एनडीए से मोहभंग हुआ. उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि बीजेपी सहयोगी पार्टियों को इस्तेमाल करके निगल लेती है.

महागठबंधन के साथ आए सहनी 

अब उन्होंने इंडिया एलायंस (महागठबंधन) का दामन थाम लिया है. 23 अक्टूबर को पटना में हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने बड़ा ऐलान किया कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे और मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा.

अति पिछड़ा वर्ग का सहारा

मुकेश सहनी की पार्टी VIP बिहार की करीब 13 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. मल्ला जाति (जो EBC यानी अति पिछड़ा वर्ग का हिस्सा है) की आबादी गंगा किनारे कई जिलों में अच्छी-खासी है.

महागठबंधन को लगता है कि तेजस्वी यादव के साथ मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम उम्मीदवार बनाने से अति पिछड़ा वर्ग का बड़ा वोट बैंक उनके साथ आ सकता है. यह तब और महत्वपूर्ण है जब एनडीए ने सवर्ण समाज से बड़ी संख्या में उम्मीदवार उतारे हैं.

मंत्री पद से बर्खास्तगी और वापसी

2015 में उन्होंने निषाद विकास संघ की स्थापना की थी और 2018 में वीआईपी पार्टी का गठन किया. 2015 के विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी ने नीतीश कुमार का समर्थन किया था. हालांकि बाद में उनसे भी अलग हो गए. जो आरोप लगाकर बीजेपी का साथ छोड़ा था. यही आरोप नीतीश कुमार के जेडीयू पर भी लगाए कि उन्होंने भी हमारे समुदाय के आरक्षण और सुविधाओं के लिए कुछ नहीं किया.

हालांकि एक बार फिर मुकेश सहनी ने 2020 में एनडीए का दामन थामा. 2020 में बिहार चुनाव में बीजेपी ने अपने एनडीए कोटे से वीआईपी को 11 सीटें दी थी. वीआईपी ने इन सीटों पर चुनाव लड़ा और चार सीटें जीती.

विधानसभा चुनाव 2020 में मुकेश सहनी हार गए थे. लेकिन हार के बावजूद मुकेश सहनी को नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. पशुपालन का विभाग दिया गया. लेकिन एक साल के अंदर ही उनके एक विधायक की मौत हो गई. 2022 में बाकी तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. इस बीच उनकी पार्टी और बीजेपी के बीच दरार पड़नी शुरू हो गई.

मुकेश सहनी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी से गठबंधन किए बिना 53 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए. जिससे एनडीए में उनके खिलाफ नाराजगी और बढ़ गई.

मुकेश सहनी को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया. कुछ दिन बाद सैनी ने एनडीए को ही छोड़ दिया और अप्रैल 2024 में इंडिया अलायंस यानी कि महागठबंधन में शामिल हो गए. लेकिन आज बिहार की राजनीति में मुकेश सहनी का रोल अब पहले से कहीं ज्यादा बड़ा हो गया है. अब वो सिर्फ मल्ला समाज के नेता नहीं बल्कि पूरे अतीत पिछड़ा वर्ग की नई आवाज बनकर उभरे हैं. 

अगर बिहार में महागठबंधन सत्ता में आती है तो बिहार को एक नया उप मुख्यमंत्री मिलेगा जो कभी सलमान खान के लिए और शाहरुख खान के लिए सेट सजाता था. आज नीतीश और बीजेपी के खिलाफ राजनीतिक बिसाद बिछाने की काबिलियत रखता है. 

 

 

    follow on google news