500 का नोट रहेगा या हो जाएगा बंद, इस नोटबंदी की इतनी चर्चा क्यों है?
चंद्रबाबू नायडू ने दूसरी बार की 500 रुपये के नोट बंद करने की मांग। जानिए क्या मोदी सरकार 3 में दोबारा नोटबंदी जैसा कोई बड़ा कदम उठाने जा रही है?
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भारत में 500 रुपये के नोटों को लेकर एक बार फिर सस्पेंस और राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. 27 मई 2025 को टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के एक भाषण से शुरू हुआ विवाद अब और गहराता जा रहा है. उन्होंने दो सप्ताह के भीतर दूसरी बार मांग की है कि 500 रुपये के नोट बंद कर दिए जाएं और केवल 100, 200 या इससे कम मूल्यवर्ग के नोट ही चलन में रहें.
चंद्रबाबू नायडू ने क्या कहा?
इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में नायडू ने कहा कि "बड़े नोट करप्शन को बढ़ावा देते हैं, इन्हें बंद कर देना चाहिए." उनका मानना है कि केवल छोटे नोटों के माध्यम से लेन-देन को नियंत्रित कर भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सकती है.
उन्होंने यह भी दोहराया कि 2016 की नोटबंदी का मूल आइडिया उन्होंने दिया था, हालांकि मोदी सरकार ने कभी इस पर औपचारिक सहमति नहीं जताई.
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500 के नोट की अहमियत क्या है?
- भारतीय अर्थव्यवस्था में इस समय सबसे ज्यादा चलन में 500 का नोट है.
- मार्च 2020 में इसका मार्केट शेयर 60% था
- मार्च 2024 में यह बढ़कर 86.5% हो गया
सर्कुलेशन में मौजूद कुल 34.8 ट्रिलियन रुपए के करेंसी में अकेले 500 के नोटों की वैल्यू 30 ट्रिलियन से ज्यादा है.
आरबीआई की रिपोर्ट साफ करती है कि 500 का नोट अब सिस्टम की बैकबोन बन चुका है, खासकर जब 2000 का नोट चलन से बाहर हो चुका है और 1000 का नोट 2016 में बंद किया जा चुका है.
फेक न्यूज, राजनीति और प्रेशर
टीडीपी बैठक में चंद्रबाबू नायडू के भाषण के एक हफ्ते बाद एक यूट्यूब चैनल ने मार्च 2026 से 500 के नोट बंद होने का दावा किया था. पीआईबी ने दावे को फेक न्यूज बताया. इसके बाद 500 नोट बंद होने की चर्चा बंद हो जानी चाहिए थी. हफ्ते भर बाद फिर चंद्रबाबू नायडू ने 500 के नोट बंद करने की मांग करके सरकार पर प्रेशर भी बनाया. 500 के नोटों के भविष्य पर सवाल बने हुए हैं.
2016 में हुई थी नोटबंदी
2016 में पीएम मोदी ने जब नोटबंदी का एलान किया था तब भी करप्शन के खिलाफ बड़ा कदम बताया था. 9 साल बाद आज भी ये बहस चल रही है कि नोटबंदी से क्या हासिल हुआ. 2000 के गुलाबी नोटों को लेकर विवाद शुरू हुआ कि और नोट इकट्ठा करना और ज्यादा आसान हो गया है.
मई 2023 में आरबीआई ने 2000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने का ऐलान कर दिया. उस समय बाजार में करीब साढ़े तीन लाख करोड़ वैल्यू के 2000 रुपये के नोट मौजूद थे. आरबीआई ने 97 परसेंट से ज्यादा 2000 के नोट वापस आने का दावा किया लेकिन जो तीन परसेंट नहीं आए उनकी वैल्यू 7 हजार 261 करोड़ बताई जाती है. आरबीआई बाजार में 2000 के नए नोट सप्लाई नहीं कर रहा है लेकिन जो नोट चल रहे हैं वो वैलिड या लीगल टेंडर बने हुए हैं.
नोटबंदी में 500 रुपये का भी पुराना नोट बंद हो गया. नया नोट सर्कुलेशन में आया जो stone grey colour का है और आकार 66mm x 150mm है. इसकी थीम हेरिटेज साइट्स की है और दिल्ली का लाल किला बना है. इसमें आरबीआई के रिटायर हो चुके गवर्नर शक्तिकांता दास के सिगनेचर हैं.
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