नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ क्यों मची, हो गया खुलासा, सामने आई रिपोर्ट की एक्सक्लूसिव कॉपी
इंडिया टुडे/आजतक ने भगदड़ पर जांच रिपोर्ट की एक्सक्लूसिव कॉपी हासिल कर ली है. खुलासा हो गया है कि भगदड़ की वजह क्या थी?
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात करीब 10 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर हादसा क्यों हुआ? ऐसा क्या हुआ था कि भगदड़ मच गई. भगदड़ को लेकर कई वजह बताई जा रही है. इसी बीच इंडिया टुडे/आजतक ने भगदड़ पर जांच रिपोर्ट की एक्सक्लूसिव कॉपी हासिल कर ली है. खुलासा हो गया है कि भगदड़ की वजह क्या थी?
जांच रिपोर्ट और घटना स्थल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेन का अनाउंसमेंट जैसे ही हुआ, भगदड़ मच गई. प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर प्रयागराज महाकुंभ जाने वाली ट्रेन का लोग इंतजार कर रहे थे. यहां काफी भीड़ थी और अन्य लोग भी इस प्लेटफॉर्म पर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे.
टिकट बिक्री में उछाल देखकर स्पेशल ट्रेन अनाउंस किया गया
रिपोर्ट के मुताबिक टिकट की बिक्री में उछाल देखते हुए रेलवे ने प्लेटफॉर्म नंबर 16 से एक स्पेशल ट्रेन की घोषणा कर दी. जो लोग प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर थे वे अचानक 16 की तरफ भागने लगे. वहीं प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर भारी भीड़ देखते हुए कुछ लोग वहां से भी 16 पर जाने की कोशिश करने लगे. इसी दौरान भगदड़ मच गई. RPF अधिकारियों की बेतरतीब तैनाती भीड़ को काबू नहीं कर सकी.
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ये है रिपोर्ट के एक-एक शब्द
15.02.2025 को रात करीब 10:00 बजे, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना हुई. बताया जा रहा है कि प्लेटफार्म नंबर 14 पर यात्रियों की भारी भीड़ थी, जो प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में चढ़ने का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान प्लेटफार्म नंबर 13 पर नई दिल्ली से दरभंगा जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए बड़ी संख्या में यात्री जमा हो गए थे. यह ट्रेन देरी से चल रही थी और इसे मध्य रात्रि में रवाना करने के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था, जिसके कारण यात्री प्लेटफार्म पर ही रुके रहे. क्योंकि प्लेटफार्म नंबर 14 और 13 एक दूसरे से सटे हुए हैं और दोनों प्लेटफार्म पर भीड़ बढ़ती जा रही थी.
हर घंटे 1500 टिकट हो रहे थे जारी
इसके अलावा, रेलवे अधिकारी प्रयागराज के लिए हर घंटे लगभग 1,500 जनरल टिकट जारी कर रहे थे. जिसके परिणामस्वरूप प्लेटफार्म नंबर 14 पर अधिक यात्री जमा हो गए. इस भारी भीड़ के कारण प्लेटफार्म पर खड़े होने के लिए भी जगह नहीं बची. बढ़ती भीड़ और लगातार टिकट बिक्री को देखते हुए रात करीब 10 बजे रेलवे अधिकारियों ने प्लेटफार्म नंबर 16 से प्रयागराज के लिए स्पेशल ट्रेन की घोषणा की. यह घोषणा सुनते ही प्लेटफार्म नंबर 14 पर पहले से खड़े जनरल टिकट वाले यात्री फुट ओवरब्रिज पार कर प्लेटफार्म नंबर 16 की ओर दौड़ पड़े. ऐसा करते हुए उन्होंने फुट ओवरब्रिज पर पहले से बैठे यात्रियों को कुचल दिया, जिससे भगदड़ मच गई. इस घटना में कई पुरुष, महिलाएं और बच्चे घायल हो गए.
रेलवे के सीपीआरओ का बयान- पैर फिसलने से हुई मौतें
नॉदर्न रेलवे सीपीआरओ ने कहा- हमारी प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर फुटओवर ब्रिज पर एक यात्री फिसल गया था. इसके तुरंत बाद कई लोग इस घटना का शिकार हो गए. अब तक मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है. मैं यह बताना चाहता हूं कि कोई भी ट्रेन रद्द नहीं की गई. ट्रेनों का समय नहीं बदला गया. कोई प्लेटफॉर्म नहीं बदला गया. वास्तव में हमने अतिरिक्त विशेष ट्रेनें चलाई. सामान्य भीड़ थी यह घटना केवल एक यात्री के फुटओवर ब्रिज पर गलती से फिसलने के बाद हुई. अब स्थिति बिल्कुल सामान्य है. ट्रेन संचालन सुचारू रूप से चल रहा है.
वेटर राजू चौबे बताया आंखों देखी
एक प्रत्यक्षदर्शी वेटर राजू चौबे ने बताया कि दो दिन पहले भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर काफी भीड़ थी. भीड़ के बावजूद प्रशासन ने इससे सीख नहीं ली. प्रशासन चेत गया होता तो ये हादसा नहीं होता.
रिपोर्ट : अरविंद ओझा, हिमांशु मिश्रा, सुशांत ओझा
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