Delhi Air Quality: दिल्ली में सांस लेना फिर मुश्किल, आनंद विहार से लेकर जहांगीरपुरी तक की हवा जहरीली, AQI 400 पार

Delhi Air Quality: दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. जहांगीरपुरी का AQI 405 के साथ ‘गंभीर’ श्रेणी में है और कई इलाकों में AQI 390 से ऊपर दर्ज हुआ है. हल्की धुंध और स्मॉग के कारण विजिबिलिटी कम हो गई है.

दिल्ली में घुल चुकी है जहरीली हवा
दिल्ली में घुल चुकी है जहरीली हवा
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Pollution in Delhi: दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर तेजी से बढ़ गया है. राजधानी की कुल एयर क्वालिटी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई. दिल्ली का औसत AQI 331 दर्ज हुआ है. सबसे खराब स्थिति जहांगीरपुरी में है जहां AQI 405 पहुंचकर ‘गंभीर’ लेवल पर पहुंच गया है. आनंद विहार में भी प्रदूषण बढ़ते-बढ़ते 400 के करीब दर्ज किया गया है.

सुबह के समय हल्की धुंध और स्मॉग ने हालात और बिगाड़ दिए. विजिबिलिटी कम होने की वजह से लोगों को सड़क पर गाड़ियों चलाने में परेशानी हो रही है. हवा में मौजूद धूल और धुएं के कारण आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत जैसे असर साफ महसूस हो रहे हैं. 

दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाके (AQI)

  • जहांगीरपुरी - 405
  • एनएसआईटी, द्वारका - 394
  • आनंद विहार - 391
  • वजीरपुर - 389
  • विवेक विहार - 388
  • रोहिणी - 385
  • अशोक विहार - 379
  • बवाना - 368
  • चांदनी चौक - 366
  • डीटीयू - 366

डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे वक्त में लोग जितना हो सके घर के अंदर रहें, बाहर निकलने पर मास्क पहनें और बच्चों-बुजुर्गों को प्रदूषित हवा से बचाएं. हवा में जहर घुलने से अस्थमा, सांस की बीमारी और आंखों की समस्या वाले लोगों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है.

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AQI क्या होता है और कैसे मापा जाता है

AQI का पूरा नाम है एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी हवा की गुणवत्ता का नंबर है. इससे पता चलता है कि हमारे आसपास की हवा साफ है या प्रदूषित. जितना ज्यादा AQI होगा हवा उतनी ही ज्यादा खराब मानी जाती है. AQI बनाया गया ताकि लोगों को एक ही नंबर में समझ आ जाए कि हवा कितनी खराब है और उससे सेहत को कितना खतरा है. 

AQI मापने के लिए सबसे पहले हवा में मौजूद अलग-अलग प्रकार के प्रदूषकों की मात्रा जांची जाती है. इसके लिए खास मशीनें लगातार हवा को खींचकर उसमें मौजूद धूल और गैसों को क्वांटिटी देखी जाती है. इनमें PM2.5, PM10, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂), सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), ओजोन (O₃) और कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) जैसे प्रमुख प्रदूषक शामिल होते हैं. 

हर प्रदूषक का अपना एक लेवल होता है जिसे वैज्ञानिक तरीके से स्कोर दिया जाता है. इन सभी स्कोर को मिलाकर एक टोटल नंबर निकाला जाता है इसी नंबर को AQI कहा जाता है. यह एक तरह से हवा की रिपोर्ट कार्ड जैसा होता है, जिससे पता चलता है कि बाहर की हवा कितनी साफ है और लोगों की सेहत पर उसका क्या असर पड़ सकता है.

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