BJP में बरकरार है नरेंद्र सिंह तोमर का दबदबा? नजदीकियों को कैसे बनाया लोकसभा उम्मीदवार
मध्य प्रदेश की 29 में से 24 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया गया है. ग्वालियर-चंबल अंचल में नरेंद्र सिंह तोमर के खासमखास लोगों को उम्मीदवार बनाया गया है.
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Loksabha Election 2024: भाजपा ने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी की इस लिस्ट में मध्य प्रदेश की 29 में से 24 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया गया है. इस सूची ने साबित कर दिया है कि भलें ही नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra singh Tomar) केंद्रीय राजनीति से दूर हो गए हैं, लेकिन उनका वर्चस्व अभी भी बरकरार है. दरअसल, ग्वालियर-चंबल अंचल में नरेंद्र सिंह तोमर के खासमखास लोगों को उम्मीदवार बनाया गया है.
शिवमंगल सिंह तोमर
मुरैना लोकसभा सीट से शिवमंगल सिंह तोमर को उम्मीदवार बनाया गया है. शिवमंगल सिंह तोमर, विधानसभा स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर के नजदीकी हैं. वे 2 बार विधायक और भाजपा के जिला महामंत्री रह चुके हैं. तोमर का राजनीतिक जीवन उतार-चढ़ाव भरा रहा है. उन्हें 2018 के विधानसभा चुनाव में भी करारी हार का सामना करना पड़ा था. 2023 में उनकी जगह नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी से टिकट दिया गया, अब नरेंद्र सिंह तोमर की जगह उन्हें मुरैना से लोकसभा का टिकट दिया गया है.
भारत सिंह कुशवाह
ग्वालियर से ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई दिग्गज नेताओं का नाम दावेदारों की रेस में शामिल था, लेकिन इन सब को पछाड़ते हुए बीजेपी ने भारत सिंह कुशवाह को उम्मीदवार बनाया है. ग्वालियर ग्रामीण से 2 बार विधायक रहे भारत सिंह कुशवाह को लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर हर कोई चौंक गया. हैरानी की बात तो ये है कि कुशवाह को अपने तीसरे विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था, इसके बावजूद पार्टी ने उनके ऊपर भरोसा जताया है.
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संध्या राय
भिंड-दतिया लोकसभा सीट से बीजेपी ने संध्या राय को उम्मीदवार बनाया है. जानकारी के मुताबिक संध्या राय नरेंद्र सिंह तोमर से लंबे वक्त से जुड़ी हुई हैं. वह भिंड दतिया से मौजूदा सांसद हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में राय ने कांग्रेस प्रत्याशी देवाशीष जरारिया को एक लाख 99 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. पार्टी ने एक बार फिर उनके ऊपर भरोसा जताया है.
बरकरार है तोमर का वर्चस्व?
नरेंद्र सिंह तोमर केंद्र में कृषि मंत्री थे. इस बीच 2023 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने दिग्गज नेताओं को उम्मीदवार बनाया, जिसमें तोमर का नाम भी शामिल था. नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी से उम्मीदवार बनाया. एमपी में बीजेपी की बंपर जीत के बाद नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई सांसदों ने अपनी सांसदी से इस्तीफा दे दिया. तोमर को विधानसभा स्पीकर बनाया गया. जिसके बाद से चर्चा थी कि बीजेपी में उनका दबदबा कम हो गया है. हालांकि लोकसभा उम्मीदवारों की लिस्ट में उनके नजदीकियों को जगह दी गई है, जिससे साबित होता है कि पार्टी में उनका वर्चस्व बरकरार है. दरअसल, बीजेपी ने उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने से पहले प्रदेश के नेताओं से रायशुमारी की, इसके बाद उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया.
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