समाज की परंपराओं को तोड़ सुंदरबन में दो लड़कियों ने रचाई शादी, कहा- प्यार ही सबसे बड़ा धर्म
सुंदरबन की दो युवतियों, रिया सरदार और राखी नस्कर ने समाज की परंपराओं को चुनौती देते हुए मंदिर में शादी की. दोनों की यह अनोखी शादी प्यार, साहस और स्वीकृति की मिसाल बन गई है.

प्यार अगर सच्चा हो तो कोई भी रुकावट उसे नहीं रोक सकती. यह बात सुंदरबन की दो युवतियों रिया सरदार (19) और राखी नस्कर (20) ने सच कर दिखाई है. दोनों ने समाज की परंपराओं और बंदिशों को दरकिनार करते हुए मंदिर में सात फेरे लेकर शादी की और एक नई मिसाल पेश की.
रिया मंदिरबाजार की रहने वाली हैं, जबकि राखी का घर बकुलतला में है. दोनों ही डांसर हैं और लगभग दो साल पहले एक मंदिर में पहली बार मिली थीं. धीरे-धीरे उनकी दोस्ती गहरी होती गई और वह प्यार में बदल गई.
हालांकि दोनों परिवारों की राय एक जैसी नहीं थी. रिया के परिवार ने इस रिश्ते को मंज़ूरी नहीं दी लेकिन राखी के घरवालों ने उनका साथ दिया. इसके बाद दोनों ने तय किया कि चाहे कुछ भी हो जाए वे साथ रहेंगे. गांववालों की मदद से उन्होंने मंदिर में शादी की और आसपास के लोग भी इस खास मौके के गवाह बने.
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गांव के एक बुजुर्ग ने बताया, “हमने ऐसी शादी पहली बार देखी है. लेकिन जब दो लोग एक-दूसरे से सच्चा प्यार करते हैं तो हमें भी खुशी होती है. इसलिए हमने खुद उनकी शादी करवाई.”
दो साल से था रिश्ता
वहीं राखी ने कहा, “हम दो साल से रिलेशनशिप में हैं. पहली बार मंदिर में मिले थे. अब हमने तय किया है कि हम हमेशा साथ रहेंगे. रिया को मेरे घर में नहीं अपनाया गया लेकिन उसके परिवार ने मुझे स्वीकार कर लिया है.”
वहीं शादी के बंधन में बंधने वाली दूसरी महिला रिया के माता-पिता नहीं हैं. वो अपनी बुआ-फूफा के साथ पली-बढ़ी हैं. उन्होंने इस शादी पर कहा, “मुझे राखी पसंद है इसलिए मैंने शादी की. प्यार सबसे जरूरी चीज है और हम दोनों ने अपने दिल की सुनी.”
रिया और राखी की यह शादी आज पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. लोगों का कहना है कि यह जोड़ी दिखा रही है कि सच्चा प्यार किसी लिंग या समाज की सीमा में नहीं बंध सकता.
इनकी कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो अपने दिल की बात कहने से डरते हैं. सुंदरबन की इन दो बहादुर लड़कियों ने साबित कर दिया प्यार सबसे बड़ा हौसला है.
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