यूपी के श्रावस्ती में प्रॉपर्टी के लालच में 3 बेटों ने ही कर दी बुढ़े मां-बाप की निर्मम हत्या, रात को सोते समय ऐसे किया मर्डर!
UP Crime News: श्रावस्ती में एक वृद्ध दंपति की हत्या का पर्दाफाश हुआ है. प्रॉपर्टी विवाद में वकील प्रभाकर त्रिपाठी ने दंपति की दुकानें धोखे से बेच दीं. कानूनी शिकंजे से बचने के लिए उसने 10 लाख रुपये और अन्य लालच देकर दंपति के तीन बेटों को हत्या के लिए तैयार किया.

UP Crime News: उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक वृद्ध दंपति की बेरहमी से हत्या कर दी गई. पुलिस ने इस डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाते हुए चौंकाने वाला खुलासा किया है. हत्या का मास्टरमाइंड एक स्थानीय वकील निकला, जिसने संपत्ति हड़पने के लालच में मृतक दंपति के तीन बेटों को ही इस जघन्य अपराध में शामिल कर लिया था.
पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में वकील प्रभाकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू और मृतक रोशन खान (80) व उनकी पत्नी वसीला (60) के तीन बेटे हसीब खान, नसीब खान और मुसिब खान शामिल हैं. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
हत्या की रात और शवों का मिलना
यह भयानक घटना 22 और 23 नवंबर की दरमियानी रात को हुई थी. रोशन खान का शव उनके घर के अंदर मिला, जबकि वसीला का शव पास की झाड़ियों में पड़ा मिला था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि दोनों की हत्या गला घोंटकर और बांस की लाठी से की गई थी.
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धोखाधड़ी से दुकानों पर कब्जा
जांच में खुलासा हुआ कि वकील प्रभाकर त्रिपाठी ने दंपति की तीन दुकानों पर धोखे से कब्जा किया था. अगस्त में रोशन खान ने दुकानों को पत्नी के नाम ट्रांसफर किया था, उसी दिन वकील ने फर्जी बिक्री विलेख बनवाकर वसीला से हस्ताक्षर करवा लिए और बाद में इन दुकानों को करीब 80 लाख रुपये में बेच दिया.
जब वसीला को धोखा समझ आया तो उन्होंने कोर्ट में विलेख को रद्द करने की याचिका लगाई और पुलिस में भी शिकायत की लेकिन उस समय FIR दर्ज नहीं हुई.
जांच में सामने आया कि वकील प्रभाकर त्रिपाठी ने धोखाधड़ी से दंपति की इकौना स्थित तीन दुकानों पर कब्जा कर लिया था. रोशन खान ने अगस्त में ही ये दुकानें अपनी पत्नी वसीला के नाम ट्रांसफर की थीं. उसी दिन, वकील ने वसीला को 10 लाख रुपये का चेक दिखाकर एक फर्जी बिक्री विलेख (Fake Sale Deed) पर दस्तखत करा लिए और बाद में इन दुकानों को लगभग 80 लाख रुपये में बेच दिया.
कानूनी शिकंजे से बचने के लिए रची साजिश
जब वसीला को अपने साथ हुए धोखे का पता चला तो उन्होंने बिक्री विलेख को रद्द करने के लिए जिला कोर्ट और हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी. उन्होंने थाना इकौना में भी शिकायत दी थी.
वकील प्रभाकर त्रिपाठी को डर था कि कानूनी कार्रवाई में वह फंस सकता है, इसलिए उसने खूनी साजिश रची और दंपति के बेटों को लालच देकर अपने साथ मिला लिया.
बेटों को मिला लालच
पुलिस के अनुसार, वकील ने रोशन खान के पहले विवाह से हुए दो बेटों (हसीब खान और नसीब खान) और वसीला के पहले विवाह से हुए एक बेटे (मुसिब खान) को आर्थिक फायदा पहुंचाने का झांसा दिया. एक बेटे को तो मोटरसाइकिल और 10 लाख रुपये देने का वादा किया गया था.
कबूल की वारदात, बताया कैसे माता-पिता को मारा
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, गवाहों के बयानों और आरोपियों से कड़ी पूछताछ के आधार पर पुलिस ने वकील की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया. तीनों बेटों ने स्वीकार किया कि उन्होंने सोते समय अपने मां-बाप को बांस की लाठी से गला घोंटकर मार डाला. पुलिस ने 23 नवंबर को मुकदमा दर्ज कर सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में यह भी पता चला है कि वकील त्रिपाठी पर पहले भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज है.










