आंध्र प्रदेश के चुनाव प्रचार में कंडोम का इस्तेमाल! आखिर कौन लेकर आया ये यूनीक आइडिया?

रूपक प्रियदर्शी

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Lok Sabha Election 2024: जगन मोहन रेड्डी, चंद्रबाबू नायडू और शर्मिला रेड्डी- यही तीन चेहरे हैं जिन पर आंध्र प्रदेश के लोकसभा और विधानसभा चुनावों की हार-जीत तय होगी. आगामी चुनावों में जगन मोहन रेड्डी अपनी सरकार के काम गिनाकर, चंद्रबाबू नायडू, सीएम जगन मोहन की नाकामी बताकर तो वहीं शर्मिला रेड्डी इन दोनों को निकम्मा बताकर बाजी मारने की फिराक में है. किसी भी चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप और झंडे-बैनरों की भूमिका प्रमुख होती है, लेकिन आंध्र प्रदेश में एक नई चीज देखने को मिल रही है. प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP ब्रांड तो वहीं जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP ब्रांड के कंडोम बांटे जा रहे है. पीले रंग का पैकेज TDP का है जिस पर ‘भविष्येतु गारंटी’ लिखा है वहीं नीले रंग का पैकेट YSRCP का है जिस पर ‘सिद्धम’ लिखा है. वैसे आपको बता दें कि ये दोनों बातें पार्टियों के कैंपेन की मुख्य लाइन है. पॉलिटिकल पार्टी के ब्रैंड वाले कंडोम का वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है और कौतूहल का विषय बना हुआ है.

अब सवाल ये उठ रहा है कि, क्या सीएम जगन मोहन रेड्डी और चंद्रबाबू नायडू जानबूझकर अपने कैंपेन को हिट करने के लिए कंडोम का सहारा ले रहे हैं? साथ ही इस बात की भी खोजबीन हो रही है कि आखिर ये हो कैसे रहा है और कौन करा रहा है. वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में TDP वाला कंडोम बांट रहा एक कार्यकर्ता ये समझा रहा है कि, ज्यादा बच्चे होंगे तो ज्यादा पैसे बांटने पड़ेंगे इसलिए ये कंडोम बांटे जा रहे हैं. हालांकि ये बात समझ से परे है कि, कंडोम बांटकर परिवार नियोजन के लिए कैंपेन चलाया जा रहा है या कंडोम के जरिए घर-घर तक पार्टी का कैंपेन पहुंचाया जा रहा है?

पिछले दिनों आंध्र प्रदेश की राजनीति को लेकर दिल्ली में काफी हलचल रही. चंद्रबाबू नायडू अमित शाह से मिले. अगले दिन सीएम जगन मोहन रेड्डी दिल्ली आकर पीएम मोदी से मिले. चर्चा तेज है कि बीजेपी चंद्रबाबू नायडू के साथ अलायंस करेगी. हालांकि अभी तक किसी भी अलायंस का औपचारिक एलान नहीं हुआ है.

दोनों पार्टियों में चल रही भीषण प्रतिस्पर्धा

दोनों पार्टियों को खबर है कि उनकी पार्टी के नाम से कंडोम डोर टू डोर कैंपेन करके लोगों में बांटे जा रहे है. कंडोम पार्टी के उस किट में है जो किट वोटरों को लुभाने के लिए लोगों में बांटा जा रहा है. वहीं दोनों पार्टियां डर्टी कैंपेन के लिए एक-दूसरे को दोषी भी ठहरा रही है. हद तो तब हो गई जब जगन की पार्टी YSRCP ने TDP से ये तक पूछ लिया कि, क्या अब वियाग्रा की गोलीयां भी बांटेंगे? दोनों पार्टियों के ब्रांड वाले कंडोम पर पार्टियों का चुनाव चिन्ह भी प्रिंटेड है. वोट पाने के लिए शराब, पैसे और महिलाओं को साड़ियां बांटना तो आम है लेकिन कंडोम बिलकुल नई खोज है जिसकी जमकर चर्चा हो रही है.

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वैसे आपको बता दें कि, कंडोम का इस्तेमाल सुरक्षित यौन संबंध बनाने और यौन रोगों से संबंधित बीमारियों से बचाव के लिए किया जाता है. हालांकि सेफ हेल्थ का मैसेज देने की बजाय पार्टियां उस कंडोम के जरिए अपना कैंपेन चला रही हैं जिसके बारे में आम तौर पर खुलकर बात करने से भी लोग बचते हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि इस कंडोम कैंपेन से कौन सी पार्टी को फायदा पहुंचता.

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