हाजीपुर को लेकर चाचा पारस से हुई थी भिड़ंत, क्या पिता की विरासत पर कब्जा जमा पाएंगे चिराग? जानिए पूरा समीकरण

शुभम गुप्ता

ADVERTISEMENT

newstak
social share
google news

Chirag Paswan: लोकसभा चुनाव के चार फेज संपन्न हो चुके हैं. चार फेज में 378 सीट्स पर वोट डाले जा चुके हैं. चार फेज में बिहार की 19 सीटों पर मतदान हो गया है. इस चुनाव में बिहार की एक सीट की काफी चर्चा हो रही है और वो है हाजीपुर. लोकजन शक्ति पार्टी (रामविलास) के चीफ चिराग पासवान के चलते ये सीट चर्चा में बनी हुई है. चिराग इस बार हाजीपुर से सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वैसे वे जमुई लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर दो बार संसद जा चुके हैं. बीजेपी के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) की तरफ से चिराग पासवान इस सीट से मैदान में है.

जमुई से जीत के बाद हाजीपुर से जीतकर संसद पहुंचना चाहेंगे चिराग

जमुई से दो बार सांसद रहे चिराग तीसरी बार चुनाव जीतने का प्रयास कर रहे हैं. हाजीपुर सीट उनके जीतने लिए काफी अहम इसलिए भी है क्योंकि उनके पिता रामविलास पासवान यहां से 9 बार सांसद रहे हैं. रामविलास 1984 और 2009 में हार का सामना भी कर चुके हैं. 2014 और 2019 के चुनावों में, चिराग की जीत मोदी और उनके पिता की लोकप्रियता के कारण हुई थी, जब वे जमुई से चुनाव लड़े थे. 

20 मई को पांचवे चरण के तहत इस सीट पर वोट डाले जाएंगे. इंडियन एक्प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक माना जा रहा है कि जमीनी स्तर से मिली जानकारी के अनुसार चिराग के लिए यहां से जीतना आसान हो सकता है. उनके सामने इंडिया ब्लॉक का हिस्सा राष्ट्रीय जनता दल के शिव चंद्र राम मैदान में हैं. चुनावी प्रचार के दौरान चिराग पासवान ने जनता से अपील की कि 'मुझे अपने पिता और प्रधानमंत्री के आशीर्वाद की जरूरत है, जैसे मुझे अपने लोगों के आशीर्वाद की जरूरत है.'

हाजीपुर सीट को लेकर चाचा-भतीजे में हुई थी रस्साकशी!

चिराग पासवान को अपने चाचा और हाजीपुर के सीटिंग सांसद पशुपति कुमार पारस से इस सीट को छीनना काफी मुश्किल रहा जो एक समय रामविलास के पास थी. चाचा-भतीजे के बीच विवाद ने एलजेपी को विभाजित कर दिया था. चिराग अब हाजीपुर से जीत दर्ज करके खुद को इस सीट का सच्चा उत्तराधिकारी घोषित करना चाहते हैं.मार्च में द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में, चिराग ने कहा था कि उनके ऊपर अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी है. उन्होंने कहा, "सबसे बढ़कर, मुझे हाजीपुर के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना है, जो चार दशकों से अधिक समय तक मेरे पिता का पर्याय रहा है.

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

जातीय समीकरण जानिए

हाजीपुर में 21 फीसदी आबादी दलितों की है. ये सीट बिहार की उन छह सीटों में से एक है जो अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है. हाजीपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत हाजीपुर, लालगंज, महुआ, राजापाकड़, राघोपुर और महनार विधानसभा सीटें हैं. राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राघोपुर के विधायक हैं. राघोपुर यादव बाहुल्य सीट मानी जाती है.

हाजीपुर के 19.5 लाख मतदाताओं में से अनुमानित तीन लाख पासवान हैं और लगभग दो-दो लाख यादव और मुस्लिम हैं. अपर कास्ट में से एक लाख राजपूत और एक लाख भूमिहार हैं. वहीं लगभग 1.25 लाख कुशवाह, 80,000 रविदास समुदाय और 50,000 कुर्मी हैं. 

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT