काली BMW नहीं, इस गाड़ी से बेहद लगाव रखते थे पूर्व PM मनमोहन सिंह, EX SPG अधिकारी ने किया खुलासा

ललित यादव

योगी सरकार में मंत्री असीम अरुण ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ अपने पुराने दिनों को याद करते हुए उनकी सादगी भरी ज़िंदगी का जिक्र किया. असीम अरुण ने 'X' पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने बताया कि वे उन दिनों डॉ. मनमोहन सिंह के मुख्य बॉडीगार्ड हुआ करते थे.  

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पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन
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योगी सरकार में मंत्री असीम अरुण ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ अपने पुराने दिनों को याद करते हुए उनकी सादगी भरी ज़िंदगी का जिक्र किया. असीम अरुण ने 'X' पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने बताया कि वे उन दिनों डॉ. मनमोहन सिंह के मुख्य बॉडीगार्ड हुआ करते थे.  

सादगी और अपनी कार के प्रति लगाव  

असीम अरुण ने लिखा, "डॉ. साहब की अपनी एक गाड़ी थी- मारुति 800. प्रधानमंत्री आवास में यह चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी. वह बार-बार मुझसे कहते, 'असीम, मुझे इस लग्जरी कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गाड़ी तो यह मारुति 800 है.'  

असीम ने आगे बताया कि जब भी पीएम का काफिला निकलता और उनकी मारुति 800 वहीं खड़ी रह जाती, तो डॉ. मनमोहन सिंह उसे देखकर ठहर जाते. ऐसा लगता था मानो वह खुद को याद दिला रहे हों कि वह एक मध्यमवर्गीय व्यक्ति हैं और आम आदमी की परेशानियों को समझना उनका कर्तव्य है. असीम ने लिखा, "मैं उन्हें समझाने की कोशिश करता कि यह गाड़ी सुरक्षा कारणों से उनके लिए जरूरी है, लेकिन उनके दिल में अपनी मारुति के लिए खास जगह थी."  

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डॉ. मनमोहन सिंह के साथ काम करने का अनुभव  

असीम अरुण ने 2004 से तीन साल तक प्रधानमंत्री के क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम (CPT) का नेतृत्व किया. उन्होंने बताया कि यह टीम प्रधानमंत्री की सुरक्षा का सबसे आंतरिक घेरा होती है. CPT का एआईजी (AIG) वही अधिकारी होता है, जो हर पल प्रधानमंत्री के साथ रहता है. असीम ने लिखा, "प्रधानमंत्री के साथ परछाई की तरह रहना मेरी जिम्मेदारी थी. डॉ. साहब के साथ बिताया समय मेरे लिए बेहद खास और प्रेरणादायक था."  

डॉ. मनमोहन सिंह का निधन  

डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात को दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में निधन हो गया. रात 8:06 बजे उन्हें मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.  

नेताओं ने जताया शोक  

डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिलेश यादव, मायावती सहित कई नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया.  

सादगी की मिसाल  

डॉ. मनमोहन सिंह अपने कार्यकाल के दौरान जितने बड़े अर्थशास्त्री और राजनेता के रूप में जाने गए, उतनी ही उनकी सादगी और आम लोगों के प्रति उनकी संवेदनशीलता ने उन्हें खास बनाया. उनकी मारुति 800 के प्रति भावनाएं इसी बात का प्रतीक थीं कि चाहे ओहदा कितना ही बड़ा क्यों न हो, जड़ें हमेशा जमीन से जुड़ी रहनी चाहिए.

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