बीजेपी की परिवर्तन यात्रा में सतीश पूनिया को क्यों याद आईं वसुंधरा राजे?
Satish poonia praised vasundhara raje: बीजेपी (bjp) की गुटबाजी का असर लगातार दिख रहा है. साल के शुरुआत में जनाक्रोश यात्रा में भीड़ ना आना चिंता का विषय बना. तो वहीं, परिवर्तन यात्रा में भी भीड़ जुटाने को लेकर तरह-तरह के प्रयास हो रहे हैं. झालावाड़ (jhalawar news) में जब यात्रा पहुंची तो खुद पूर्व […]
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Satish poonia praised vasundhara raje: बीजेपी (bjp) की गुटबाजी का असर लगातार दिख रहा है. साल के शुरुआत में जनाक्रोश यात्रा में भीड़ ना आना चिंता का विषय बना. तो वहीं, परिवर्तन यात्रा में भी भीड़ जुटाने को लेकर तरह-तरह के प्रयास हो रहे हैं. झालावाड़ (jhalawar news) में जब यात्रा पहुंची तो खुद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (vasundhara raje) नदारद रहीं. वहीं, अब बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजे की खूब तारीफ की हैं.
जब अलवर में पहुंची तो पूनिया भी यहां मौजूद रहे. पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने वसुंधरा राजे की जमकर तारीफ की. कम भीड़ आने की वजह बताते हुए कहा कि जब वसुंधरा राजे ने यात्रा निकाली थी तो वो राजस्थान में आई थी, उस समय उनका ग्लैमर था. वो पार्टी की अध्यक्ष थी. लीडर के नेतृत्व में जब यात्रा निकाली जाती है तो उसका आकर्षण अलग होता है.
इस दौरान उन्होंने तो लाल डायरी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लाल डायरी को देखकर कांग्रेस ऐसे भाग रही थी. जैसे लाल कपड़े को देखकर सांड भागता है. कांग्रेस के गलत फैसलों व उनके कामों का भाजपा को फायदा मिलेगा.
‘यह सबकुछ पार्टी डिजाइन करती है‘
राजे को लेकर यही नहीं रूके. पूनिया ने पूर्व सीएम के लिए कसीदे पढ़ते हुए कहा कि वह उस समय पार्टी में प्रोजेक्ट होकर प्रदेश में आई थी. पार्टी की अध्यक्ष होने के साथ उनका ग्लैमर भी था. इसका असर होता है. लेकिन इसकी कोई सेट फिनोफेना नहीं है, यह पार्टी डिजाइन करती है और पार्लियामेंट्री बोर्ड डिजाइन करता है.
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सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस की गलत नीति का फायदा बीजेपी को मिलेगा. राहुल गांधी अलवर पहुंचे थे तो उन्होंने मालाखेड़ा की सभा के दौरान भीड़ से एक युवक का नाम पुकारा और उसकी नौकरी देने की बात कही. लेकिन रूपसिंह आज भी धक्के खा रहा है.
प्रदेश में 60 लाख किसानों पर कर्जा था, वसुंधरा सरकार में भी को-ऑपरेटिव बैंक के कर्ज माफ हुए थे. विधानसभा में मैंने सवाल लगाया कि कर्ज माफी के कारण राजस्थान के कितने किसानों का कर्ज माफ हुआ. उनका जवाब था कि 19 हजार 422 ऐसे किसानों की जमीन कुर्क हो गई. गंगानगर के रायसिंहनगर के ठाकरे गांव के सोहनलाल कड़ेला ने अपने फेसबुक पर लाइव वीडियो जारी किया और अपने आप को मार लिया. मरते वक्त उसने यह कहा कि मैं कर्ज से तंग आकर आत्महत्या कर रहा हूं. मेरी आत्महत्या का दोषी कोई है, वो केवल राजस्थान का मुख्यमंत्री है.
NCRB के आंकड़े डराने वाले- पूनिया
पूनिया ने कहा कि प्रदेश में जनता सुरक्षित नहीं है. प्रदेश में 10 लाख 92 हजार मुकदमे दर्ज हुए. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो का आंकड़ें लोगों को डराने लगे हैं. ऐसी बहुत सारी घटनाएं थी. प्रदेश में नाबालिग को भट्टी में जला दिया गया तो सड़क पर घूमने वाली भीख मांगने वाली महिला के साथ एंबुलेंस कर्मी ने बलात्कार किया. ऐसी तमाम घटनाएं हैं, जिन्होंने राजस्थान को पूरे देश दुनिया में शर्मसार किया है. अशोक गहलोत तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं. रामनवमी और हिंदुओं के त्योहार पर प्रदेश में धारा 144 लगती है और पीएफए के कार्यक्रम को प्रदेश में अनुमति दी गई.