खूबसूरत ISI एजेंट के जाल में फंसकर अपना फर्ज भूल गया सेना का जवान, सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई!
Rajasthan News: राजस्थान पुलिस आए दिन कुछ न कुछ बड़े खुलासे करती ही रहती है लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है उसकी पूरी कहानी जानकर आपके होश उड़ जाएंगे. इशा बंसल व मृदुल वर्मा नामक दो खूबसूरत ISI एजेंट्स ने ऐसा खेल रचा कि भारतीय सेना का जवान उनके जाल में फंसकर रह […]
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Rajasthan News: राजस्थान पुलिस आए दिन कुछ न कुछ बड़े खुलासे करती ही रहती है लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है उसकी पूरी कहानी जानकर आपके होश उड़ जाएंगे. इशा बंसल व मृदुल वर्मा नामक दो खूबसूरत ISI एजेंट्स ने ऐसा खेल रचा कि भारतीय सेना का जवान उनके जाल में फंसकर रह गया. हालांकि मामला सामने आने के बाद अक्टूबर में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.
राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस एजेंसी की ऑपरेशन सरहद के तहत की गई कार्रवाई ने पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी है. सेना भवन दिल्ली में कार्यरत रवि प्रकाश मीणा ने पाकिस्तान की खूबसूरत आईएसआई एजेंट्स के जाल में फंसकर डिफेंस मिनिस्ट्री के कई गोपनीय दस्तावेजों का सौदा कर लिया. इस साजिश का पर्दाफाश होने के बाद सच्चाई जानकर हर कोई हैरान है.
साल 2015 में सेना भवन में मिली थी पोस्टिंग
पूछताछ में रवि ने बताया कि उसने वर्ष 2012 में कॉलेज से बीएससी पूर्ण करने के बाद सेना भर्ती की तैयारी शुरू की थी. इसके बाद जयपुर में रहकर 1 साल तक इसके लिए तैयारी भी की. 2014 में उसका चयन होने के बाद 01 जून 2015 को सेना भवन नई दिल्ली में उन्होंने डयूटी जॉइन कर ली. आरोपी डयूटी के दौरान रिसिप्ट, डिस्पैच व डाक वितरण का काम करता था.
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ISI एजेंट्स की खूबसूरती के जाल में फंसा
साल 2020 में आरोपी पाकिस्तान की आईएसआई एजेंट ईशा बंसल व मृदुला वर्मा के सम्पर्क में आया. उसे फेसबुक पर ईशा नामक लडकी का हाई लिखा हुआ मेसेज आया जिसका उसने भी रिप्लाई कर दिया. इसके बाद उक्त लडकी ने अपने आप को उदयपुर की रहने वाली बताया और कहा कि उसके पिताजी की स्पेन में चाय पानी की कैन्टीन है. लडकी पर संदेह हुआ तो रवि ने कहा कि वीडियो कॉल करने को कहा. इस पर ईशा ने वीडियो कॉल किया तो रवि को उस पर पूरा विश्वास हो गया. इसी तरह वह एक और पाकिस्तानी एजेंट मृदुल वर्मा के संपर्क में आ गया.
पैसे और शादी करने की बात कहकर दिया लालच
मई 2022 में ईशा ने वीडियो कॉल करके रवि को बताया कि उसे डिफेन्स में नौकरी मिल गयी है. इसके बाद उसने रवि के पेटीएम नंबर पर हर्ष नाम की आईडी से 3000 रुपये भेज दिए. दूसरी एजेंट मृदुला ने भी इसी तरह से पैसे भेजकर लालच दिया. आरोपी ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि ईशा व मृदुला से वाटस्एप चैट पर बातचीत हुआ करती थी. दोनों लडकियां मेरे को यह कहती थी कि हम आप से ही शादी करेंगे, बदले में आप जहां हमारे को जरूरत हो वहां मदद कर दिया करो.
डिफेंस मिनिस्ट्री के कई गोपनीय दस्तावेज किए साझा
आरोपी रवि एमजीएस पीपीओ सेक्शन में एमटीएस के पद पर कार्यरत था. दोनों आईएसआई एजेंट्स के जाल में फंसने के बाद रवि ने पत्रों के फोटोग्राफ्स लेने शुरू कर दिए और उन्हें वॉट्सएप के जरिए दोनों लड़कियों को भेज दिया करता. आरोपी ने कुबूल किया कि इसने ईशा को करीब 40 पत्रों के फोटोग्राफ्स भेज दिये हैं. उन पत्रों में डिफेंस मिनिस्ट्री के गई गोपनीय जानकारियां थीं.
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