Rajasthan: रेप पीड़िता से जज बोला, 'कपड़े खोलो..शरीर पर चोटें देखनी हैं', राजस्थान हाईकोर्ट ने लिया ये एक्शन

Gopal Lal

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Karauli: रेप पीड़िता से जज बोला, 'कपड़े खोलो..शरीर पर चोटें देखनी हैं', हाईकोर्ट ने लिया ये एक्शन
Karauli: रेप पीड़िता से जज बोला, 'कपड़े खोलो..शरीर पर चोटें देखनी हैं', हाईकोर्ट ने लिया ये एक्शन
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Karauli: राजस्थान के करौली जिले के हिंडौन सिटी में एक रेप पीड़िता के 164 के बयान के दौरान 30 मार्च को मुंसिफ कोर्ट के जज द्वारा पीड़िता से कपड़े खोलने की बात कहने के मामले को लेकर राजस्थान हाई कोर्ट जयपुर ने गंभीरता से लेते हुए तेज गति से जांच प्रारंभ कर दी है. वहीं मामले को लेकर मानव अधिकार से जुड़े संगठनों व महिला संगठनों की ओर से भी मुंसिफ कोर्ट के जज की भर्त्सना की है.

राजस्थान हाई कोर्ट जयपुर के विजिलेंस रजिस्टार अजय चौधरी हिंडौन सिटी पहुंचे. उन्होंने बंद कमरे में मजिस्ट्रेट से 3 घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान विजिलेंस रजिस्टार अजय चौधरी ने कोर्ट के अन्य जजों व प्रमुख अधिवक्ताओं को बुलाकर भी आरोपी जज के व्यवहार की जानकारी ली गई.

अंदर बयान लेने के बाद पीड़िता को रोका

पीड़िता ने उसके साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की प्राथमिक थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. उसके बाद 30 मार्च को मुंसिफ कोर्ट में 164 के बयान देने अपने परिजनों के साथ पीड़िता पहुंची. परिजन व महिला पुलिसकर्मी बाहर खड़े हो गए और मजिस्ट्रेट ने उसे चेंबर में बुला लिया. अंदर बयान लेने के बाद उसे रोका और कहा कि कपड़े खोलो तुम्हारे शरीर पर चोटें देखनी है. उसने बिना महिला पुलिस कर्मी के कपड़े खोलने से इनकार कर दिया तो उसे बाहर भेज दिया गया. इसके बाद पीड़ित होने जज के द्वारा की गई बातों को अपनी मां और भाई की जानकारी में लाया. उसके बाद वह पुलिस अधीक्षक हिंडौन सिटी के समक्ष उपस्थित होकर जज के खिलाफ प्राथमिक की दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए  जांच अधिकारी  नियुक्त किया गया है.

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न्यायालय में हंगामा

इसी मामले को लेकर न्यायालय में हंगामा मचा हुआ है. चारों तरफ हिंडौनसिटी मुंसिफ कोर्ट के जज की ओर से रेप पीड़िता के साथ की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर खासकर महिला संगठनों में खासा विरोध देखने को मिल रहा है. उधर रेप पीड़िता सामूहिक दुष्कर्म के बाद से ही आरोपी समझौता करने के लिए धमकी दे रहे थे. जिसके चलते पीड़िता का परिवार गांव छोड़कर ही चला गया. पुलिस परिवार को वापस गांव लेकर आई है. पीड़िता के भाई ने बताया कि तीन दिन बाद हम वापस घर लौटे हैं.
 

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