पहले फेज चुनाव के लिए 61 उम्मीदवारों ने नाम लिए वापस, 2 सीटों पर 20-20 उम्मीदवार, आयोग ने जारी किया आंकड़े
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले फेज के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. चुनाव आयोग ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पहले चरण के 1375 उम्मीदवारों में से 61 ने अपने नाम वापस ले लिए हैं. अब कुल 1314 प्रत्याशी 6 नवंबर को मैदान में रहेंगे.

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां अब अपने आखिरी स्टेज में हैं. 20 अक्टूबर को दूसरे फेज के नामांकन की आखिरी तारीख खत्म होने के साथ-साथ पहले फेज के उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की डेटलाइन भी खत्म हो गए है. अब चुनाव आयोग से इस मामले से जुड़े आंकड़े जारी किए है. इन आंकड़ों के मुताबिक पहले फेज के लिए टोटल 1375 कैंडिडेट के नामांकन पत्र सही मिले थे, जिनकी जांच पूरी तरह से कर ली गई है.
इन 1375 कैंडिडेट में से 61 ने अपना नामांकन वापस ले लिया है और अब पहले फेज के लिए कुल 1314 उम्मीदवार है, जिनके लिए जनता 6 नवंबर(पहले फेज) को वोट डालेगी. वहीं दूसरे फेज के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी और परिणाम नवंबर को आएंगे.
महागठबंधन में घमासान, जेएमएम ने किया प्रहार
बिहार चुनाव में JMM(झारखंड मुक्ति मोर्चा) ने 18 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्प्रेंस कर कहा था कि वे इस बार 6 सीटों जमुई, चकाई, धमदाहा, मनिहारी, पीरपैंती और कटोरिया पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन नामांकन की आखिरी तारीख तक उन्होंने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नहीं की.
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वहीं 18 अक्टूबर को प्रेस कॉन्प्रेंस के दौरान JMM के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कांग्रेस और राजद पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि, पार्टी सीमित सीटों पर लड़ने को तैयार थी, लेकिन राजद और कांग्रेस ने समन्वय में उन्हें धोखा दे दिया. उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन में विश्वास और बातचीत की कमी है और इसी कारण हमारी पार्टी इससे दूर है.
जन सुराज को लगा झटका
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को बड़ा झटका लगा है. गोपालगंज सीट से उम्मीदवार शशि शेखर सिन्हा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. इससे पहले, ब्रह्मपुर सीट से डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी भी चुनावी मैदान से हट चुके थे, जिन्होंने बीजेपी से टिकट न मिलने के बाद जन सुराज से चुनाव लड़ने का फैसला किया था, लेकिन अब बीजेपी नेतृत्व से बातचीत के बाद उन्होंने नाम वापस ले लिया.
इसके अलावा, दानापुर सीट पर जन सुराज के उम्मीदवार ने सिंबल जारी होने के बावजूद नामांकन दाखिल नहीं किया, जिससे अब तक प्रशांत किशोर के तीन उम्मीदवार चुनावी दौड़ से बाहर हो चुके हैं.
बीजेपी के बागियों की घर वापसी
बीजेपी के लिए सोमवार राहत भरा दिन रहा. बक्सर विधानसभा सीट से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले अमरेंद्र पांडे ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से बातचीत के बाद अपना नामांकन वापस ले लिया. इसी तरह, पटना साहिब सीट से निर्दलीय लड़ रहे शिशिर कुमार (पटना की मेयर सीता साहू के बेटे) ने भी नाम वापस ले लिया. शिशिर कुमार बीजेपी से टिकट न मिलने पर बगावत पर उतर आए थे, लेकिन आखिरकार पार्टी नेतृत्व उन्हें मनाने में सफल रहा.
अन्य सीटों पर भी दिखे बड़े बदलाव
तारापुर विधानसभा सीट पर भी महत्वपूर्ण बदलाव हुआ. वीआईपी पार्टी के उम्मीदवार सकलदेव बिंद ने नामांकन वापस लिया और बीजेपी में शामिल होकर सम्राट चौधरी को समर्थन दिया. वहीं, गोपालगंज सीट से बीजेपी विधायक की मां कुसुम देवी का टिकट कटने के बाद निर्दलीय उतरे अनिकेत कुमार सिंह ने भी नामांकन वापस ले लिया, क्योंकि बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें मना लिया.
इन सीटों पर सबसे ज्यादा और सबसे कम उम्मीदवार
विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मुजफ्फरजुर और कुढ़नी विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा उम्मीदवार मैदान में हैं. इन दोनों सीटों पर 20-20 उम्मीदवार अपना किस्मत आजमा रहें है. वहीं भोरे, अलौली, और परबत्ता विधानसभा सीटों पर सबसे कम उम्मीदवार है. इन तीन सीटों पर केवल 5-5 उम्मीदवार ही मैदान में हैं.
243 सीटों का समीकरण
बिहार में इस बार दो चरण में चुनाव होने वाले है, जिसमें की पहले फेज में 121 सीटों पर और दूसरे फेज में बचे 122 सीटों पर वोटिंग की प्रक्रिया होगी. 243 सीटों में से 203 सीटें सामान्य, 38 सीटें SC(अनुसूचित जाति) और 2 सीटें ST(अनुसूचित जनजाति) के लिए आरक्षित रखी गई है.
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए ताजे आंकड़ों के मुताबिक राज्य में लगभग 7.43 करोड़ मतदाता है. इसमें सबसे ज्यादा पुरुष 3.92 करोड़, 3.50 करोड़ महिलाएं और 1725 ट्रांसजेंडर वोटर शामिल है.