तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव जीतने के लिए चला ऐसा दांव, खतरे में नीतीश का वोट बैंक!
Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव ने महिलाओं को ज्यादा टिकट देकर और 'माई बहन योजना' (हर महीने ₹2,500) का वादा करके नीतीश कुमार के महिला वोट बैंक को तोड़ने की रणनीति बनाई है. RJD ने NDA से ज्यादा 24 महिला उम्मीदवार उतारे हैं.

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महिला वोटरों का रोल बड़ा है. नीतीश कुमार का कोर वोट बैंक महिलाएं मानी जाती हैं. लेकिन इस बार तेजस्वी यादव ने बड़ा दांव खेला है. आरजेडी ने 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. इनमें 24 महिलाओं को टिकट दिया. यह संख्या जेडीयू और बीजेपी से ज्यादा है. दोनों पार्टियों ने सिर्फ 13-13 महिलाओं को टिकट दिया है.
नीतीश कुमार ने हाल ही में महिलाओं के लिए 10,000 रुपए की मदद दी है. इस योजना से उनका महिला वोट बैंक मजबूत होगा. कई राज्यों में ऐसी योजनाओं से सत्ताधारी सरकारों को फायदा मिला है. लेकिन तेजस्वी यादव ने भी वादा किया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनेगी तो माई बहन योजना चलेगी. हर महिला को 2500 रुपए हर महीना मिलेंगे. साथ ही हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देंगे.
आरजेडी के उम्मीदवारों का जातीय समीकरण
आरजेडी ने उम्मीदवारों के जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा है. 52 यादव, 18 मुस्लिम, 13 कुशवाहा, 16 अग्रि (जिनमें 7 राजपूत, 6 भूमिहार, 3 ब्राह्मण), 20 अनुसूचित जाति और 21 पिछड़ी जातियां. कोयरी, कुर्मी, कुशवाहा के अलावा चंद्रवंशी, नोनिया, तेली, मल्लाह जैसी जातियों को मौका दिया है.
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महिलाओं को टिकट देने में RJD आगे
एनडीए में जेडीयू और बीजेपी ने 101-101 सीटें लीं. कुल 13-13 महिलाओं को टिकट दिए. एलजेपी (आर) ने 6 महिलाओं को चुना, लेकिन एक का नामांकन रद्द हो गया. महागठबंधन की दूसरी पार्टी कांग्रेस ने 60 सीटों में सिर्फ 5 महिलाओं को टिकट दिया. आरजेडी ने कुल 20% से कम महिलाओं को चुना. लेकिन तेजस्वी का फोकस महिला नेतृत्व पर है.
बता दें बिहार में पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और 11 नवंबर दूसरे चरण का मतदान होगा. वहीं 14 नवंबर को नतीजे आएंगे.