Bihar Election 2025: NDA के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कर दिया सब साफ, मांझी ने पहले लिए थे सियासी मजे
Bihar Election 2025: NDA में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर चल रही अटकलों पर उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ कहा कि नीतीश कुमार ही NDA के मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं. वहीं जीतन राम मांझी के बयान से सियासी हलचल तेज हो गई थी, जिसके बाद जेडीयू नेताओं ललन सिंह और संजय झा ने किया डैमेज कंट्रोल था.

Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर भी महागठबंधन और एनडीए दोनों खेमे में ही खूब गहमागहमी देखने को मिली. इसी बीच एक चर्चाएं तेज हो गई कि अगर बिहार में एनडीए की सरकार बनती है तो इस बार नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बना जाएगा. इस बात की शुरुआत भी तब हुई जब पंचायत आजतक-बिहार के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि, चुनाव जीतने के बाद विधायक दल तय करेगा की मुख्यमंत्री कौन बनेगा.
इसी बात को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने सियासी मजे लेते हुए कहा था कि मेरा व्यक्तिगत मानना है कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का नाम तय हो जाना चाहिए. वहीं जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और ललन सिंह ने डैमेज कंट्रोल का काम किया. इसी बीच अब RLM प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम चेहरे को लेकर एक बयान दिया है जिसने की राजनीतिक गलियारों में फिर एक बार चर्चाएं तेज कर दी है. आइए विस्तार से जानते है पूरी कहानी.
उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम फेस को लेकर क्लियर
उपेंद्र कुशवाहा ने NDA के सीएम फेस को लेकर स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने साफ कहा है कि, बिहार में NDA नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहा है और वे ही मुख्यमंत्री का चेहरा है. उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए इस बार विधानसभा चुनाव जीतेगी और फिर से एक बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही सरकार शपथ लेगी.
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सीट बंटवारे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कही ये बात
वहीं सीट बंटवारे में सहमति के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब कोई गठबंधन होता है तो उसमें कई पार्टियां होती है और 243 सीटों पर कोई भी चुनाव लड़ सकता है. सीटें कभी भी पहले से तय नहीं होती है, यह आपस में बैठकर फैसला लेने की बात हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी सीट पर किसी पार्टी का उम्मीदवार मौजूद है फिर भी इस पर चर्चाएं होती है कि यह उम्मीदवार उस सीट से दोबारा उतारा जा सकता है या नहीं.
लोकसभा चुनाव की गलतियों से सीखने की कही बात
उपेंद्र कुशवाहा ने लोकसभा चुनाव के नतीजों पर बात करते हुए कहा कि हमें उससे सबक लेने की जरूरत है. काराकाट लोकसभा क्षेत्र के साथ-साथ आसपास के कई इलाकों में अंतिम चरण के चुनाव में कुछ गलतियां हुई जिसकी वजह से परिणाम अनुकूल नहीं रहा. इसलिए विधानसभा चुनाव में जीत के लिए एक बेहतर रणनीति अपनाई गई है.
मांझी ने लिए थे सियासी मजे
अमित शाह के मुख्यमंत्री वाले बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई थी. जीतन राम मांझी ने कहा था कि, अमित शाह एनडीए के प्रमुख नेताओं में से एक हैं, इसलिए अगर उन्होंने कुछ कहा है तो उसे आधिकारिक माना जाना चाहिए. हालांकि, उन्होंने अपनी व्यक्तिगत राय रखते हुए कहा कि मेरा मानना है कि संभावित मुख्यमंत्री (नेता) का नाम चुनाव से पहले ही तय हो जाना चाहिए था.
ललन सिंह और संजय झा ने किया था डैमेज कंट्रोल का काम
जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने इस मामले में डैमेज कंट्रोल का काम किया था.उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि गृह मंत्री अमित शाह जी बार-बार कह चुके है कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं. सीएम चुनने का काम विधायक दल ही करता है और यहीं परंपरा है.
वहीं जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा था कि, गृहमंत्री जी जो बोले है उसको पूरे संदर्भ में देखिए.उन्होंने कहा है कि इस चुनाव में NDA के नेता नीतीश कुमार ही है और उन्हीं के फेस पर हमलोग इस बार भी चुनाव लड़ने जा रहें हैं.(यहां पढ़ें संजय का पूरा बयान)
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