20 करोड़ इनटैक्स, 30 करोड़ जीएसटी...प्रशांत किशोर ने दिया अपनी संपत्ति का पूरा हिसाब
Prashant Kishore Income Details: प्रशांत किशोर ने अपनी इनकम का पूरा ब्योरा दिया, बोले– 241 करोड़ की कमाई, 20 करोड़ टैक्स और 98 करोड़ जन सुराज को डोनेट किया.

राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्प्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर हत्या का आरोप और अशोक चौधरी पर कमीशन सहित कई आरोप लगाए. इसी कड़ी में उन्होंने अपने इनकम का सोर्स और उनके द्वारा दिए गए टैक्स की भी पूरी जानकारी दी.
पीके ने कहा कि उन्होंने 20 करोड़ रुपया इनकम टैक्स भरा है और वह जो भी पैसा खर्च करते है वो उनकी खून-पसीने की कमाई है. उन्होंने चुनौती के अंदाज में कहा कि, अगर एक पैसे की भी गलती निकल जाए तो केंद्र सरकार ईडी सीबीआई लगा लें और इसकी जांच करा सकती है.
प्रशांत किशोर के इनकम का सोर्स
पीके ने प्रेस कॉन्प्रेंस में साफ तौर कहा है कि मैंने उसने ही पैसा लिया है, जिनको सलाह दी है. लोग मुझसे सलाह लेते थे और उसके एवज में ही मुझे पैसे दिए जाते है. मैंने किसी भी प्रकार की कोई चोरी नहीं कि है और यही मेरी इंटीग्रिटी(एकजुटता) है. प्रशांत ने कहा कि हम मंच पर जो कहते है, वह करते भी हैं और मैं बिहार से पैसा कमाने नहीं आया हूं, बल्कि अपने खून और पसीने की कमाई लगा रहा हूं.
यह भी पढ़ें...
प्रशांत किशोर को कहां से मिले कितने रुपए?
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में काम करने के लिए मुझे पैसे की जरूरत है और इसलिए हम पैसा ले रहे है. 2021-22 से जिसने भी हमसे सलाह लिया चाहे कंपनी हो या पार्टी हमने सबसे पैसा लिया. पिछले 3 साल में काम के एवज में मैंने 241 करोड़ रुपए लिए है.
पीके ने आगे कहा कि इस राशि से 30 करोड़ 95 लाख 68 हजार पर मैंने जीएसटी दिया है. 20 करोड़ रुपए इनकम टैक्स दिया है और 98 करोड़ 75 लाख रुपए जन सुराज को डोनेट किया है.
नवयुगा से घूस लेने पर दी प्रतिक्रिया
प्रशांत किशोर ने साफ तौर पर कहा कि बिहार में चोरी की राजनीति खत्म करने के लिए अगर अपना शरीर बेचकर भी पैसा लाना पड़ा तो लाएंगे लेकिन इस चोरी की राजनीति को खत्म करके ही रहेंगे. जन सुराज के किसी कार्यकर्ता को डरने की जरूरत नहीं है और मेरे एक-एक पैसा अकाउंटेड है.
प्रशांत आगे बोले, किसी ने कहा कि मैंने नवयुगा से 11 करोड़ रुपए लिए है, तो उनको बताना चाहता हूं कि मैंने इस कंपनी को सलाह दिया इसलिए पैसे लिए, नवयुगा से घूस नहीं ली. अगर एक पैसे की भी गलती निकल जाए तो केंद्र सरकार ईडी-सीबीआई लगा ले और जांच करा लें. अब यह बात यहां से खत्म होनी चाहिए.
यह खबर भी पढ़ें:
1994 में 7 लोगों की हत्या...प्रशांत किशोर ने सम्राट चौधरी पर लगाए बेहद गंभीर आरोप