अपनी ही पार्टी के खिलाफ आर के सिंह ने दिखाए थे बगावती तेवर, अब बदले सुर, सामने आई ये बड़ी वजह!

R K Singh News: बिहार चुनाव से पहले बगावती तेवर दिखाने वाले बीजेपी नेता आरके सिंह ने अब बदले सुर. अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा-पार्टी नहीं छोड़ेंगे, नई पार्टी बनाने का सवाल ही नहीं.

आरके सिंह ने बदले सुर
आरके सिंह ने बदले सुर (Photo: Chandradeep Kumar)
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R K Singh News: बिहार में चुनाव से पहले नेताओं का पाला बदलने का खेल शुरू हो चुका है. ऐसे में बीजेपी के कद्दावर नेता आर के सिंह के बगावती तेवर देखकर यह चर्चाएं तेज हो गई थी कि वह पार्टी छोड़ सकते हैं. लेकिन इसी बीच खुद आर के सिंह ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि वे कहीं नहीं जा रहे है और ना ही कोई दूसरी पार्टी बना रहे है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आर के सिंह के बगावती तेवर के नरम होने के पीछे की वजह गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात बताई जा रही है. आइए विस्तार से जानते है पूरी बात.

नई पार्टी बनाने पर आर के सिंह ने क्या-कुछ कहा?

न्यूज एजेंसी एएनआई(ANI) से बातचीत करते हुए आर के सिंह ने साफ तौर पर कहा कि, भाई हमने उस समय भी स्पष्ट कर दिया था, अभी पुनः स्पष्ट कर रहे हैं कि हम पार्टी छोड़ने वाले नहीं है. हम अभी इसी पार्टी में है और रहेंगे. अपनी पार्टी बनाने का कहीं कोई सवाल ही नहीं है. हम कही नहीं जाएंगे, जन सुराज या दूसरे पार्टी में जाने का कदापि कहीं कोई संभावना नहीं है. साथ ही आर के सिंह ने इन चर्चाओं को बोगस भी बताया. 

अमित शाह की वजह से नरम पड़े आर के सिंह

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आर के सिंह के बगावती तेवर देखने के बाद बीजेपी आलाकमान एक्टिव हुए. फिर खुद गृह मंत्री अमित शाह ने आर के सिंह से बातचीत की. इसके बाद ही उनके सुर बदले और उन्होंने पार्टी में बने रहने का ऐलान कर दिया.

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आर के सिंह लोकसभा चुनाव में हार के बाद से ही अपनी पार्टी के भीतर के कुछ नेताओं पर आरोप लगा रहे थे, और उन्होंने कुछ नेताओं को टिकट नहीं देने की मांग की थी. भले ही आर के सिंह ने पार्टी नहीं छोड़ने की बात कही है, लेकिन बीजेपी की मेनिफेस्टो कमेटी या प्रचार समिति में आर के सिंह को कोई पद नहीं दिया गया है.

क्या है पूरा विवाद?

आर के सिंह के बगावती तेवर तब सामने आए थे जब प्रशांत किशोर ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और अशोक चौधरी पर हत्या, फर्जी डिग्री,भ्रष्टाचार और जमीन हड़पने जैसे आरोप लगाए थे. इसी मामले में आर के सिंह खुद अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ हो गए और कहने लगे की जिन पर आरोप लगे है, उन्हें सफाई देनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि नेताओं के चुप्पी साधने से सरकार की इमेज खराब होती है.

आरके सिंह ने जोर देकर कहा था कि बीजेपी 'पार्टी विद डिफरेंस' है और उसे अपना दामन साफ रखना चाहिए. उन्होंने यहां तक कहा था कि सच कहना अगर बगावत है तो बगावत ही सही. उनके इन्हीं बयान और प्रशांत किशोर के आरोपों पर उनके साथ ने पार्टी से अलग होकर नई राह चुनने की अटकलें तेज कर दी थीं.

यहां देखें आर के सिंह का वीडियो

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