नूंह में डूबती 2 बेटियों को बचाने दौड़ीं जेठानी-देवरानी, चारों की मौत; गांवों को ऐसे पता चली हादसे की खबर
हरियाणा के नूंह जिले के सालाहेड़ी गांव में एक दर्दनाक हादसा हो गया. कपड़े धोते समय 12 साल की दो बच्चियां तालाब में डूब गईं. उन्हें बचाने के लिए कूदी उनकी जेठानी और देवरानी की भी जान चली गई. इस घटना में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हुई, जिससे पूरे गांव में मातम छा गया.

हरियाणा के नूंह जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है. सालाहेड़ी गांव में शनिवार को तालाब में डूबने से एक ही परिवार के चार लोगों की जान चली गई. मृतकों में दो महिलाएं और उनकी दो बेटियां शामिल हैं. इस घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है.
हादसे में जेठानी-देवरानी और उनकी बेटियों की मौत
पुलिस और स्थानीय लोगों के अनुसार, मृतक महिलाएं जमशिदा (40) और मकीना (35) अपनी बेटियों सोफिया (12) और सुमईया (12) के साथ तालाब पर कपड़े धोने गई थीं. जमशिदा नसीम की पत्नी थीं, जबकि मकीना शमीम की पत्नी थीं. दोनों परिवार गांव के पास खेत में बने मकान में रहते थे. कपड़े धोते समय सोफिया और सुमईया तालाब में नहाने लगीं. तालाब की गहराई करीब 10 फीट थी, जिसका बच्चियों को अंदाजा नहीं था. अचानक दोनों बच्चियां गहरे पानी में डूबने लगीं.
बच्चियों को बचाने की कोशिश में गई जान
अपनी बेटियों को डूबता देख जमशिदा और मकीना तुरंत तालाब में कूद पड़ीं. लेकिन गहरे पानी में वे भी डूब गईं. इस हादसे में चारों की मौके पर ही मौत हो गई. शाम करीब साढ़े पांच बजे गांव की दो अन्य महिलाएं, जेबुना और मैमूना, तालाब पर भैंस नहलाने पहुंचीं. उन्होंने तालाब के किनारे कपड़े और पानी में तैरती चप्पलें देखीं. शक होने पर उन्होंने ग्रामीणों को बुलाया.
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ग्रामीणों ने निकाले शव
ग्रामीण तालाब पर पहुंचे और चारों शवों को बाहर निकाला. सूचना मिलते ही सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
परिजनों ने बताया कि नसीम ड्राइवरी का काम करता है और उसकी पांच संतानों में सोफिया सबसे बड़ी थी. वहीं, शमीम के सात बच्चे हैं, जिनमें सुमईया सबसे बड़ी बेटी थी. इस हादसे ने दोनों परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है. गांव में मातम का माहौल है और लोग एक-दूसरे को सांत्वना दे रहे हैं.