धीरेंद्र शास्त्री बोले, ‘आई लव मोहम्मद’ कहना गलत नहीं, नफरत फैलाने वाले बर्दाश्त नहीं'

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ‘आई लव मोहम्मद’ कहना गलत नहीं है, लेकिन ‘सर तन से जुदा’ जैसे नफरत फैलाने वाले नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. उन्होंने सभी से धार्मिक सहिष्णुता और देश की एकता बनाए रखने की अपील की है.

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पिछले कुछ दिनों से देशभर में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लगाने को लेकर काफी विवाद हो गया है. कई शहरों में ये पोस्टर लगे थे जिनपर अलग-अलग राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं सामने आईं. 

एमपी के उज्जैन में प्रशासन ने इन पोस्टरों को हटाने की भी कड़ी कार्रवाई की. इस पूरे मामले पर बागेश्वर धाम के लोकप्रिय साधु धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी राय दी है, जो इस वक्त चर्चा का विषय बनी हुई है.

धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं ‘आई लव मोहम्मद’ कहना गलत नहीं है, ठीक वैसे ही जैसे ‘आई लव महाकाल’ कहना भी गलत नहीं माना जाना चाहिए. उनका मानना है कि हर किसी को अपनी आस्था और प्यार जाहिर करने का अधिकार है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो लोग ‘सर तन से जुदा’ जैसे नफरत फैलाने वाले नारे लगाते हैं, उन्हें कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे नारे किसी भी स्थिति में सही नहीं हैं और ये समाज में विभाजन पैदा करते हैं.

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हिंदू त्योहारों पर हमला नहीं करेंगे बरदास्त

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "हिंदू त्योहारों और परंपराओं पर कोई भी हमला या अपमान सहन नहीं किया जाएगा. हमें अपने धर्म और संस्कृति का सम्मान करना चाहिए और किसी भी तरह की नफरत फैलाने वाली बातें ठुकरानी चाहिए."

इस बयान में उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का भी जिक्र किया और कहा कि हम अपनी जमीन वापस लेकर रहेंगे उन्होंने कहा कि इस वक्त हालात गंभीर हैं और हमें भगवान से बुद्धि देने की प्रार्थना करनी चाहिए ताकि सही निर्णय लिए जा सकें.

पाकिस्तान को भी दिया संदेश

धीरेंद्र शास्त्री ने पाकिस्तान को भी संदेश दिया कि अगर वहां की हालत ठीक नहीं है, तो भारत आकर सुरक्षित जीवन बिताना बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान में शांति के लिए हनुमान जी से प्रार्थना कर रहे हैं ही उन्होंने हिंदुओं से सावधानी बरतने की अपील की, क्योंकि पीछे से दी जाने वाली धमकियों और बयानों को गंभीरता से लेना जरूरी है.

धीरेंद्र शास्त्री का ये बयान धार्मिक सद्भाव और देश की सुरक्षा को लेकर एक संतुलित नजरिया प्रस्तुत करता है.उन्होंने नफरत और हिंसा फैलाने वालों को कड़ी निंदा करते हुए सभी से शांति और एकता बनाए रखने की अपील की है.इस वक्त पूरे देश को ऐसे बयानों की जरूरत है, जो न केवल धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा दें बल्कि देश की सुरक्षा और एकता को भी मजबूत करें. 

‘आई लव मोहम्मद’ कहना किसी का अधिकार है, और ‘आई लव महाकाल’ भी.लेकिन ‘सर तन से जुदा’ जैसे नफरत भरे नारे समाज में दरार डालते हैं.धीरेंद्र शास्त्री ने साफ कहा कि ऐसे नफरत फैलाने वाले लोगों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमें अपनी आस्था के साथ-साथ देश की एकता और सुरक्षा का भी ध्यान रखना होगा.

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