Rajasthan: बाड़मेर वाली हसीना, जालोर में रंगेहाथ पकड़ी गई, बैग से मिला चौंकाने वाला सामान!
Barmer: भाविका चौधरी को सोशल मीडिया पर ज्यादातर लोग 'भवरी' के नाम से जानते थे. उसके इंस्टाग्राम पर हजारों फॉलोअर्स हैं. अपनी ग्लैमरस तस्वीरों और वीडियो से वह लोगों को खूब आकर्षित करती थी.
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Barmer: सोशल मीडिया की चकाचौंध में डूबी एक ऐसी कहानी राजस्थान से सामने आई है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है. ग्लैमर, नाम और शोहरत की दुनिया में चमकने वाली एक इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर, भाविका चौधरी उर्फ भवरी, अब ड्रग्स तस्करी के आरोप में पुलिस की गिरफ्त में है. गिरफ्तारी के बाद, उसके पास से करोड़ों रुपए की एमडी ड्रग्स (MD Drugs) बरामद की गई है.
खूबसूरत और शातिर ड्रग तस्कर
भाविका चौधरी को सोशल मीडिया पर ज्यादातर लोग 'भवरी' के नाम से जानते थे. उसके इंस्टाग्राम पर हजारों फॉलोअर्स हैं. अपनी ग्लैमरस तस्वीरों और वीडियो से वह लोगों को खूब आकर्षित करती थी. लेकिन इस खूबसूरत चेहरे के पीछे एक शातिर दिमाग था, जो ड्रग्स के काले धंधे में लिप्त था. भवरी लंबे समय से जैसलमेर और बाड़मेर जैसे सीमावर्ती इलाकों से एमडी ड्रग्स की तस्करी कर रही थी. वह एक साधारण यात्री की तरह सरकारी बसों से यात्रा करती थी, ताकि किसी को उस पर शक न हो. उसके हाथ में एक लैपटॉप बैग होता था, जिसमें वह बड़ी चालाकी से ड्रग्स छिपाकर रखती थी.
ऐसे चला पुलिस को पता
कहते हैं हर शातिर से शातिर अपराधी की किस्मत एक दिन उसका साथ छोड़ देती है. भवरी के साथ भी ऐसा ही हुआ. बाड़मेर पुलिस को इस बार भवरी के ड्रग्स डिलीवरी की पुख्ता जानकारी मिली. पुलिस को पता चला कि वह एक सरकारी बस से गुजरात में ड्रग्स की बड़ी खेप पहुंचाने जा रही है. खबर मिलते ही बाड़मेर पुलिस ने तुरंत जालौर पुलिस से संपर्क किया और बस को रोकने का अनुरोध किया.
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जालौर में बिछाया गया जाल
बाड़मेर पुलिस से सूचना मिलने के बाद, जालौर के चितलवाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. उन्होंने सेवाद चौकी पर नाकाबंदी करके बस को रोक लिया. बस में बैठी भवरी को जब पुलिस ने सामने देखा, तो उसके चेहरे पर कोई डर या शिकन नहीं थी. लेकिन पुलिस को पूरा यकीन था कि ड्रग्स उसके लैपटॉप बैग में ही छिपा हुआ है. पुलिस ने तुरंत भवरी के हाथ से बैग छीनकर उसकी तलाशी ली.
करोड़ों की MD ड्रग्स बरामद
बैग खुलते ही पुलिस की आंखें फटी रह गईं. बैग के अंदर दो पैकेट मिले, जिनमें 102 ग्राम और 50 ग्राम एमडी ड्रग्स थी. पुलिस के अनुसार, जब्त की गई इस ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 40 लाख रुपए से अधिक है. पूछताछ में भवरी ने बताया कि वह बाड़मेर की ही एक बड़ी महिला ड्रग तस्कर के लिए काम करती थी. उसे प्रत्येक डिलीवरी के लिए 1,000 रुपए मिलते थे. इस बार वह दो अलग-अलग जगहों पर ड्रग्स सप्लाई करने जा रही थी, जिसके लिए उसे 2,000 रुपए मिलने थे.
आगे की जांच जारी
पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर भाविका चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. अब पुलिस उससे सख्ती से पूछताछ कर रही है ताकि इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों और महिलाओं तक पहुंचा जा सके. यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि सोशल मीडिया पर चमकने वाली हर चीज असली नहीं होती और कुछ लोग अपनी खूबसूरती और रुतबे का इस्तेमाल गलत कामों के लिए करते हैं.