इराक से चीन जा रहे जहाज से रहस्यमय तरीके से गायब हुए देहरादून के करणदीप सिंह राणा, परिवार ने कंपनी पर लगाए गंभीर आरोप

देहरादून के मर्चेंट नेवी कैडेट करणदीप सिंह राणा बीते 17 दिनों से लापता हैं. उनका जहाज इराक से चीन जा रहा था. अब मामले में परिवार ने कंपनी पर जानकारी छिपाने का आरोप लगाया है और CCTV व VDR रिकॉर्डिंग जारी करने की मांग करते हुए निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है.

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देहरादून के करणदीप सिंह राणा जहाज से हुए लापता
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उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले सीनियर डेक कैडेट करणदीप सिंह राणा पिछले 17 दिनों से मर्चेंट नेवी के एक जहाज से लापता हैं. करणदीप का जहाज इराक से चीन की ओर जा रहा था. इसी दौरान 20 सितंबर को वे रहस्यमय तरीके से गायब हो गए. उसी दिन उनकी परिवार से आखिरी बातचीत हुई थी. घटना के बाद से परिवार ने अनहोनी की आशंका जताई है. उन्होंने शिपिंग कंपनी के पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं और मामले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है. वहीं, कंपनी का कहना है कि करणदीप जहाज से समुद्र में गिर गए थे. उन्हें ढूंढने का काफी प्रयास किया गाया लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला.

कैसे गायब हुए करणदीप?

करणदीप सिंह राणा मर्चेंट नेवी में हैं और एक शिपिंग कंपनी में सीनियर डेक कैडेट के पद पर तैनात हैं. उनाका जहाज इराक से चीन जा रहा था. लेकिन 20 सितंबर को वो अचानक रहस्यमय तरीके से लापता हो गए. परिवार ने अनुसार, करणदीप ओर उनके बीच आखिरी बातचीत 20 सितंबर की दोपहर 2:30 बजे हुई थी. उनका कहना है कि इसके बाद शिपिंग कंपनी ने काॅल पर बताया कि करणदीप जहाज से फोटो खींचते समय फिसलकर समुद्र में गिर गए हैं. 

परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

मामले में करणदीप की मां और बहन ने कंपनी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि कंपनी ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. उन्हें आरोप लगाया कि कंपनी ने उन्हें घटना की पूरी और सही जानकारी नहीं दी है. परिवार को आशंका है कि करणदीप के साथ कुछ अनहोनी हुई है. उन्होंने करणदीप के जहाज से गिरने की कहानी को भी संदिग्ध बताया. करणदीप की बहन ने बताया कि जिस जगह उन्हें आखिरी बार देखा गया था वहां से कोई व्यक्ति समुद्र में गिर ही नहीं सकता. उनका कहना है कि कंपनी कई जानकारियां छिपा रही है.

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सीसीटीवी और वीडीआर रिकॉर्डिंग की मांग

बताया जा रहा है कि करणदीप  'MT Front Princess' नाम के जहाज पर तैनात थे. परिवार के मुताबिक, तलाशी के दौरान जहाज से करणदीप का एक जूता और कैमरा मिला था. लेकिन करणदीप का कोई सुराग नहीं मिला. राणा परिवार ने आरोप लगाया कि कंपनी ने अब तक जहाज के CCTV फुटेज और VDR (Voyage Data Recorder) रिकॉर्डिंग साझा नहीं की है. परिवार का कहना है कि ये रिकॉर्डिंग जहाज पर आखरी वक्त पर करणदीप के साथ क्या हुआ था, ये सच सामने ला सकती है. परिवार का आरोप है कि पूरी सच्चाई छिपाई जा रही है और कंपनी सिर्फ बहाने बना रही है. उन्हें डर है कि उनके भाई के साथ कुछ गलत हुआ है.

शिपिंग कंपनी ने क्या कहा?

मामले की जानकारी देते हुआ कंपनी ने कहना है कि करणदीप फोटो खींचते समय जहाज से गिर गए थे. जहाज इराक से चीन के लिए रवाना हुआ था. करणदीप के साथ ये हादसा श्रीलंका के समुद्री क्षेत्र में हुआ. कंपनी के अनुसार इसके बाद करणदीप की तलाश में श्रीलंका के समुद्री क्षेत्र में चार दिन तक सर्च ऑपरेशन चलाया गयाम. इसमें श्रीलंकाई कोस्ट गार्ड और हेलीकॉप्टर की मदद भी ली गई, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी.

सरकार और प्रशासन से गुहार

परिवार ने अब इस मामले की विदेश मंत्रालय और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हस्तक्षेप कर निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है. परिवार का कहना है सच सामने आने तक वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे. परिवार ने उम्मीद जताई कि उन्हें जल्द ही काेई खबर मिलेगी, जिससे उनकी उथल-पुथल हुई जिंदगी फिर से पटरी पर लौट पाएगी.

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