ऋषिकेश: 82 साल की दादी ने लगाई 117 फीट ऊंची छलांग! बंजी जंपिंग कर बनाया नया रिकॉर्ड, देखें वीडियो
उत्तराखंड के ऋषिकेश में 82 वर्षीय ब्रिटिश महिला ओलेना बायको ने 117 फीट ऊंचाई से बंजी जंपिंग कर सबको हैरान कर दिया. पहली बार जंप करने वाली ओलेना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लोगों ने उनकी हिम्मत और जोश को सलाम कर रहे हैं.

Rishikesh bungee jumping: उत्तराखंड के ऋषिकेश से बंजी जंपिंग का एक वीडियो साेशल मीडियो पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक 82 साल की महिला बिना किसी डर के 117 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाती हुई दिख रही है. अब उनका ये रोमांचक वीडिय यूजर्स को हैरान कर रहा है, लोग उनकी इस दिलेरी की जमकर तारीफ कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार महिला ब्रिटिश मूल की है. उनका नाम ओलेना बायको बताया जा रहा है. महिला का ये वीडयाे 18 अक्टूबर को ग्लोबसम इंडिया नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट ने शेयर किया था. बंजी जंपिंग करने वाली 'हिमालयन बंजी जंपिंग' कंपनी ने बताया कि जंप के दौरान ओलेना की उनकी टीम पूरी निगरानी कर रही थी.
कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर विवेक ने क्या बताया
हिमालयन बंजी जंपिंग के मार्केटिंग मैनेजर विवेक ने कंपनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये साइट लगभग दो साल पहले शिवपुरी में तैयार की गई थी. इसे न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की तकनीक से बनाया गया है. यहां पर 45 प्रशिक्षित सदस्यों की टीम जंप के समय हर व्यक्ति की सुरक्षा का पूरा खयाल रखती है.
यहां देखें वायरल वीडियो
ओलेना बायको नामक महिला ने बनाया रिकॉर्ड
विवेक के बताया कि ओलेना ने ये पहली जंप थी. इससे पहले उन्होंने कभी भी बंजी जंपिंग नहीं की थी. विवेक ने कहा कि शुरुआत में ओलेना थोड़ी घबराई हुई थी. लेकिन टीम के सदस्यों ने उनका मानाेबल बढ़ाया और इसके बाद साहस जुटाने के बाद उन्होंने छलांग लगाई. मैनेजर का कहाना है कि इस साइट पर बंजी जंपिंग के लिए न्यूनतम आयु सीमा 14 वर्ष निर्धारित की गई है. इससे पहले यहां 50 वर्ष तक की महिलाएं जंप कर चुकी हैं लेकिन ये पहली बार था जब 82 वर्षीय किसी महिला ने इस तरह का रिकॉर्ड बनाया है.
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क्या हाती है बंजी जंपिंग?
बंजी जंपिंग एक रोमांचक और मजेदार खेल है. इसमें व्यक्ति अपने पैरों में एक मजबूत रस्सी बांधकर किसी ऊंची जगह जैसे पुल या क्रेन से नीचे कूदता है. कूदने के बाद वह कुछ सेकंड तक खुली हवा में तेजी से गिरता है. इसके बाद रस्सी की लंबाई के हिसाब से वो खिंचती है और व्यक्ति हवा में झूलने लगता है. जानारकी के अनुसार ये खेल मूल रूप से 1980 के दशक में न्यूजीलैंड में शुरू हुआ था और अब पूरे विश्व में लोकप्रिय हो चुका है.










