बिहार चुनाव के महागठबंधन का घोषणा पत्र जारी, 'तेजस्वी प्रण' रखा नाम, तेजस्वी यादव कही ये बड़ी बात
Magathbandhan Ghoshna Patra: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इसमें तेजस्वी यादव ने हर घर सरकारी नौकरी, जीविका कर्मियों को स्थायी करने और ‘माई-बहिन योजना’ जैसे बड़े वादे किए हैं. जानें क्या हैं इस घोषणा पत्र के मुख्य वादे.

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब काफी कम समय बचा हुआ है. ऐसे में महागठबंधन ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इस घोषणा में बिहार की जनता के लिए कई अहम वादे किए गए है. वहीं इस घोषणा पत्र को तेजस्वी प्रण का नाम दिया गया है. साथ ही इस घोषणा पत्र में कवर पर तेजस्वी यादव की तस्वीर भी है. इस घोषणा पत्र पर संपूर्ण बिहार, संपूर्ण परिवर्तन का नारा लिखा है.
गठबंधन ने स्पष्ट किया है कि यह केवल एक चुनावी दस्तावेज नहीं, बल्कि समृद्ध और न्यायपूर्ण बिहार के निर्माण का एक ऐतिहासिक संकल्प है. इस संकल्प पत्र में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर पिछले दो दशकों में शासन में विफलता, व्यापक भ्रष्टाचार और राज्य में बेरोजगारी को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाया गया है.
तेजस्वी ने भाजपा पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने कहा है कि हमें सरकार नहीं बनाना है, बल्कि बिहार बनाना है. हमने शुरू से ही बिहार बनाने का काम किया है. हम लोगों का प्रण है कि बिहार को नंबर वन कैसे बनाया जाए.
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तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि, 'बीजेपी के लोगों ने, भ्रष्ट अधिकारियों ने नीतीश जी को पुतला बनाकर रख दिया है. भाजपा के लोगों ने उनके चेहरे का इस्तेमाल किया है. अमित शाह जी ने तो पहले ही कह दिया है कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. भाजपा के लोग पहले से ही नीतीश जी का इस्तेमाल कर रहे हैं.'
एनडीए के पास कोई विजन नहीं- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने एनडीए पर हमला बोलते हुए कहा कि, पीएम हो या कोई भी भाजपा मंत्री बिहार को आगे बढ़ाने की बात नहीं करता है. भाजपा वाले नकारात्मक बातें करते हैं. एनडीए के पास कोई विजन, कोई प्लान नहीं है. यानी एनडीए के लोग विजनलेस है. हम लोगों का बिहार बनाने का काम है और उन लोगों का बिहार कब्जाने का काम है.
यहां देखें महागठबंधन का 'तेजस्वी प्रण'
तेजस्वी यादव सीएम और मुकेश सहनी डिप्टी सीएम फेस
इससे पहले 23 अक्टूबर को पटना में महागठबंधन की एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी. इसी दौरान अशोक गहलोत ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस घोषित किया था. वहीं वीआईपी पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम का उम्मीदवार बताया था. साथ ही अशोक गहलोत ने यह भी कहा था कि चुनाव जीतने के बाद एक और वर्ग के डिप्टी सीएम होंगे.
अशोक गहलोत ने ही सुलझाया था गांठ
आपको बता दें कि महागठबंधन में अंतिम समय तक सीट शेयरिंग का कोई भी फाइनल फॉर्मूला सामने नहीं आया था. इसी वजह से 12 सीटों पर महागठबंधन के सहयोगी दल के ही प्रत्याशी आमने-सामने हो गए थे और कोई मानने को तैयार नहीं था. चुनाव के दिन कम होते जा रहे थे और विवाद सुलझ नहीं रहा था, ऐसी स्थिति में कांग्रेस आलाकमान ने वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पटना भेजा था.
अशोक गहलोत ने इस पेंच को सुलझाने के लिए लालू प्रसाद यादव, राबड़ी यादव और तेजस्वी यादव के साथ एक बंद कमरे में मीटिंग की थी. इसी मीटिंग के दौरान तेजस्वी यादव को सीएम फेस बनाने की बात पर कांग्रेस मान गई और वहीं से सारा विवाद खत्म हो गया.
तेजस्वी यादव ने कहा है कि हमें सरकार नहीं बनाना है, बल्कि बिहार बनाना है. हमने शुरू से ही बिहार बनाने का काम किया है. हम लोगों का प्रण है कि बिहार को नंबर वन कैसे बनाया जाए.
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