खूबसूरत काजल पर फिदा हो गए यूपी, दिल्ली, राजस्थान के लड़के, लेकिन शादी के बाद ये एक गलती कर बैठी, पुलिस ने पकड़ा!

राजस्थान पुलिस ने शादी के नाम पर ठगी करने वाली ‘लुटेरी दुल्हन’ काजल को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया. वह अपने परिवार के साथ मिलकर चार राज्यों में युवकों को ठगती थी.

Luteri Dulhan
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राजस्थान के सीकर जिले की दातारामगढ़ पुलिस ने एक 'लुटेरी दुल्हन' गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने उत्तर प्रदेश की रहने वाली मुख्य आरोपी काजल को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है. यह वही युवती है जो अपने पूरे परिवार के साथ मिलकर शादी का झांसा देकर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली समेत चार राज्यों के कई युवकों को ठग चुकी है.

गिरफ्तारी के समय लगी थी मेहंदी

काजल की गिरफ्तारी के वक्त उसके हाथों में मेहंदी लगी हुई थी और उसके चेहरे पर मुस्कान थी. पुलिस के अनुसार, काजल अपनी खूबसूरती और चालबाजी के दम पर कुंवारे युवाओं को अपने जाल में फंसाती थी. वह सोशल मीडिया और मोबाइल चैटिंग का भी इस्तेमाल करती थी ताकि आसानी से लोगों का भरोसा जीत सके.

कैसे फंसाती थी लोगों को?

यह 'लुटेरी दुल्हन गैंग' किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था. गैंग में काजल के माता-पिता, भाई और बहन शामिल थे. पिता भगत सिंह और भाई सूरज मिलकर ऐसे सीधे-साधे और कुंवारे युवकों की तलाश करते थे, जिनकी शादी में किसी कारण से रुकावट आ रही हो.
 

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इसके बाद, परिवार शादी तय करता था और हिंदू रीति-रिवाजों के साथ शादी की रस्में पूरी होती थीं. शादी के बाद दुल्हन कुछ दिन ससुराल में रुकती थी और फिर गहने, कपड़े और नकदी लेकर फरार हो जाती थी.

सीकर के युवक को बनाया शिकार

मामला तब सामने आया जब 26 नवंबर 2024 को सीकर के ताराचंद जाट ने पुलिस में शिकायत दर्ज की. ताराचंद ने बताया कि जयपुर के भगत सिंह ने अपनी बेटियों काजल और तमन्ना की शादी उनके बेटों भंवरलाल और शंकरलाल से तय की थी. शादी की तैयारी के नाम पर भगत सिंह ने 11 लाख रुपये लिए.

21 मई 2024 को जयपुर के एक गेस्ट हाउस में हिंदू रीति-रिवाज से शादी हुई. लेकिन शादी के तीसरे दिन दोनों दुल्हनें अपने माता-पिता और भाई के साथ गहने और कपड़े लेकर फरार हो गईं.

पूरा परिवार था रैकेट का हिस्सा

थानाधिकारी जय सिंह बसेरा ने बताया कि जांच में यह साफ हो गया कि यह एक प्लानिंग बनाकर काम करता था. पुलिस ने पहले 18 दिसंबर 2024 को पिता भगत सिंह और मां सरोज को गिरफ्तार किया. फिर बहन तमन्ना और भाई सूरज भी पकड़े गए. लेकिन काजल पिछले एक साल से फरार थी और लगातार अपना ठिकाना बदल रही थी.

आखिरकार, पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली और गुरुग्राम की एक सोसायटी से काजल को पकड़ लिया गया. पुलिस के अनुसार, काजल एक पेशेवर अपराधी की तरह काम करती थी और उसका जाल राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली समेत आस-पास के कई राज्यों में फैला हुआ है.

 

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