छिदवाड़ा में कफ सिरप पीने से 9 बच्चों की मौत, MP सरकार ने 'कोल्ड ड्रिफ' सिरप पर लगाया बैन, जांच जारी

छिंदवाड़ा में कोल्ड ड्रिफ कफ सिरप पीने से 9 बच्चों की मौत हो गई, जिसके बाद मध्य प्रदेश सरकार ने इस सिरप को प्रदेशभर में बैन कर दिया है. जांच में सिरप में जहरीला रसायन डाईएथिलीन ग्लाइकॉल पाया गया, और निर्माता कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

इस कफ सिरप पर एमपी में लग चुका है बैन
इस कफ सिरप पर एमपी में लग चुका है बैन
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मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में बीते 30 दिनों में 9 मासूम बच्चों की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. इन मौतों की एक बड़े वजह कफ सिरप "कोल्ड ड्रिफ" को मानी जा रही है. इस दर्दनाक घटना के बाद राज्य सरकार अब सख्त एक्शन में आ गई है और पूरे प्रदेश में इस सिरप की बिक्री और इस्तेमाल पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई है.

क्या है मामला?

सितंबर महीने से छिंदवाड़ा में बच्चों की तबीयत खराब होने के मामले सामने आने लगे थे. धीरे-धीरे इन बीमार बच्चों की हालत और ज्यादा बिगड़ती गई और 1 अक्टूबर तक 7 बच्चों की मौत हो चुकी थी. अब ये आंकड़ा बढ़कर 9 हो गया है. बच्चों की मौत की वजह किडनी फेल होना बताई गई है. जांच में सामने आया कि इन सभी बच्चों को एक ही कफ सिरप कोल्ड ड्रिफ सिरप दिया गया था.

कौन-कौन से बच्चे हुए शिकार?

इस जानलेवा सिरप से जिन मासूमों की जान गई उनके नाम हैं- शिवम, विधि, अदनान, उवैद, ऋषिका, हितांश, विकास, चंचलेश और संध्या. सभी बच्चों को बुखार और खांसी के इलाज के दौरान यह सिरप दिया गया था.

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क्या कहती है जांच रिपोर्ट?

जांच में यह सामने आया है कि कोल्ड ड्रिफ सिरप में 48.6% डाईएथिलीन ग्लाइकॉल नाम का जहरीला केमिकल पाया गया है. यह केमिकल शरीर के लिए बेहद हानिकारक है और खासकर बच्चों में यह किडनी फेलियर का कारण बन सकता है.

यह रिपोर्ट ऑफिस ऑफ कंट्रोलर फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा जारी की गई है. रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने न सिर्फ इस सिरप पर बैन लगाया है, बल्कि इसे बनाने वाली कंपनी के अन्य प्रोडक्ट्स की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है.

कौन बनाता है यह सिरप?

कोल्ड ड्रिफ सिरप को तमिलनाडु की "श्रीसन फार्मास्युटिकल्स" नाम की कंपनी बनाती है. मध्य प्रदेश सरकार ने तमिलनाडु सरकार से संपर्क कर इस फैक्ट्री की भी जांच करवाई. जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कदम उठाया गया.

सीएम मोहन यादव का क्या कहना है?

सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस घटना को बेहद दुखद बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "छिंदवाड़ा में कोल्ड ड्रिफ सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है. इस सिरप की बिक्री को पूरे प्रदेश में बैन कर दिया गया है. फैक्ट्री की जांच की गई है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी."

1400 बच्चों की हो चुकी है जांच

घटना सामने आने के बाद प्रशासन ने तुरंत हरकत में आते हुए छिंदवाड़ा में 1400 से अधिक बच्चों की स्क्रीनिंग की है. फिलहाल हर दिन करीब 120 बच्चों की मेडिकल जांच जारी है, ताकि और कोई बच्चा इस जहरीली दवा का शिकार न हो.

कौन-कौन से सिरप शक के घेरे में?

जांच में एक और सिरप "नेक्स्ट डीएस" का नाम भी सामने आया है जिसे कुछ बच्चों को दिया गया था. फिलहाल यह सिरप भी जांच के दायरे में है.

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